2622 वां महावीर जन्म कल्याणक दिवस
2622 वां महावीर जन्म कल्याणक दिवस –
भगवान महावीर के चरणों में मेरा भावों से शत – शत वन्दन । भगवान का जन्म कल्याणक हम सबके लिए खूब – खूब मंगलमय हो । इस अवसर पर मेरे भाव –
जिसके मन में प्रेम अपार है ।
वाणी में बहती अमृत की धार है ।
जीवन गुणों की निशानी है ।
सिंधु ज्यों सभी को मन में स्थान देते है ।
वायु ज्यों सहज ही अपना स्थान बना लेते है ।
कही भी नहीं खटकने वाले आँखों के काजल है ।
मन की मलिनता मिटा गंगा का पावन जल है ।
पूरा जीवन व्यवहार सदगुण की खान है ।
सबको अपने जैसा मान प्यार करते है ।
किसी का दिल दुखे ऐसा व्यवहार नहीं करते है ।
जीवन की गरिमा बहुत सुहानी है ।
अपने मन की डोर को अपने हाथ में रखते है ।
भलाई करने की भावना हर पल रहती है ।
दुर्बलता का यहाँ कोई स्थान नहीं है ।
ऐसे अनेकों – अनेकों विशाल गुणों के धारक भगवान महावीर को
हम सब चाहते हैं । लेकिन हम उनके आज के जन्मदिवस को अपने जीवन मे समता दिवस व जागरूकता दिवस आदि के रूप में सही से मनाएं तो निश्चित ही हम सबका मंगल होगा।हम अनेकांत को अपनाकर अपने घर-परिवार के,आस-पास के आदि सभी समस्याओं के समाधान पा सकते हैं । जागरूक रहकर कर्मों का निरोध करके,बंधे हुए कर्मों के उदय को समताभाव से सहकर ,सभी प्राणियों को अभयदान देकर हम भी महावीर बनने की योग्यता रखते हैं।जरूरत है आज हमें उनके बताए रास्ते पर चलने की । भगवान महावीर भी हम जैसे ही कर्मों वाले थे । उन्होंने अपने सब कर्मों को समभाव से सहन कर उनका विनाश किया है । अहिंसा परमो धर्म का मंत्र पहले उन्होंने स्वयं पर अपनाया फिर हमको बताया । हम भी समता,अहिंसा और अनेकांत आदि को अपनाकर भगवान महावीर के बताए रास्ते को अपनाकर कम से कम भव में उनको पा सकते हैं । महावीर बन सकते हैं । इन्ही शुभ भावो से सभी को आज के भगवान महावीर के जन्म कल्याणक दिवस की मंगल कामना।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़ )