मैं हाथी दरवाजा हूं डीएम साहब…!! जिला प्रशासन और नगरपालिका की अनदेखी के कारण शहर के प्रसिद्ध हाथी गेट की स्थिति हुई जर्जर और बदहाल
मैं हाथी दरवाजा हूं डीएम साहब…
जिला प्रशासन और नगरपालिका की अनदेखी के कारण शहर के प्रसिद्ध हाथी गेट की स्थिति हुई जर्जर और बदहाल
एटा। स्वच्छ भारत अभियान के तहत आयेदिन अपनी इमेज चमकाने में लगा रहने वाला जिला प्रशासन और नगरपालिका शहर के प्रमुख स्थानों की अनदेखी कर रहा है। ऐसा भी कह सकते हैं कि जिलाधिकारी से लेकर नीचे तक हर वो सरकारी नुमाइंदा सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान को सिर्फ और सिर्फ फोटोशॉप की नुमाइश बनाकर रखें हुए हैं जो महंगे लग्जरी कैमरों से शानदार-लाजवाब-जबरदस्त फोटो सेशन करवाकर सोशल मीडिया में वाहवाही बटोरने में मस्त हैं।
आयेदिन जिला प्रशासन से लेकर नगरपालिका द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जाता है शहर को स्वच्छ बनाने के बड़े-बड़े हवाई दावे किए जाते हैं लेकिन जब शहर के प्रमुख एवं प्रसिद्ध हाथी दरवाजे पर नजर डाली जाए तो स्वच्छता अभियान की हवा निकल जाएगी, रंगाई-पुताई और मरम्मत तो छोड़िए स्वच्छता अभियान के तहत प्रसिद्ध हाथी दरवाजा सफाई से भी अछूता रह जाता है, स्थिति यह है कि हाथी दरवाजे पर लंबी-लंबी घास लटक रही है और स्वच्छता अभियान चलाने वाले महापुरुषों को दिखाई नहीं देती।
हाथी दरवाजे की बदहाली को लेकर समाजसेवी अमित स्वरुप सक्सैना द्वारा जब सोशल मीडिया में एक पोस्ट की गई तो लोगों ने हाथी दरवाजे की बदहाल स्थिति को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की है, फिलहाल समाजसेवी अमित स्वरुप सक्सैना जल्द इसको लेकर ज्ञापन देंगें शायद इसके बाद जिला प्रशासन इस प्रसिद्ध हाथी दरवाजे की हो रही अनदेखी की तरफ ध्यान दे।