उत्तर प्रदेशझांसी

4 महीने पहले हुई शादी, बीवी को लेने ट्रेन से जा रहा था, मौत के बाद चूहों ने नोच-नोच कर खाया शव

झांसी: मायके में रह रही पत्नी को लेने के लिए यशवंतपुर एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री की ट्र्रेन में हालत बिगड़ गई। बेहोशी की हालत में उसे झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को मोर्चरी में रखा गया। जहां नेवलों और चूहों ने उसके मृत शरीर का मांस नोंच-नोंच कर खा लिया। जब मृतक का भाई झांसी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा तो बिलख-बिलखकर रोने लगा।

पत्नी को लेने जा रहा था बेंगलुरु

मृतक के बड़े भाई रवि प्रकाश के मुताबिक, यूपी के गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के छताई गांव के रहने वाले 27 साल के सत्यप्रकाश 4 नवंबर को गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस पर सवार होकर बेंगलुरु के लिए निकले थे। सत्य प्रकाश की बेंगलुरु में ससुराल है, वह पत्नी को लेने के लिए जा रहे थे।

सुबह उन्होंने 6.45 बजे भाई को ट्रेन के एसी थर्ड कोच में बैठाया। इसके बाद लगभग शाम 6 बजे एक यात्री का फोन आया कि सत्यप्रकाश ट्रेन में बेहोश पड़े हैं और उनके मुंह से झाग निकल रहा है। उन्होंने बताया कि ट्रेन झांसी स्टेशन पहुंचने वाली है।

ललितपुर से झांसी किया रेफर

इस पर रवि ने उनसे कहा कि भाई को झांसी स्टेशन पर उतार कर किसी हॉस्पिटल में पहुंचा दो। झांसी स्टेशन पर उसको उतारने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच में ट्रेन चल दी और फिर ललितपुर स्टेशन पर जाकर रूकी, तो अचेत सत्यप्रकाश को वहां पर उतारकर जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां हालत गम्भीर होने पर झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां पर उपचार के दौरान बीते रोज उसकी मौत हो गई। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शव को वॉर्ड से मोर्चरी में रखवा दिया।

पैर के पंजे से गायब था मांस

जब मृतक सत्यप्रकाश का छोटा भाई प्रद्युम्न कुमार आया तो उसको भाई की मौत का विश्वास नहीं हुआ। उसने शव को देखने की बात कहीं, जिस पर शव को लोहे के बॉक्स से बाहर निकाला गया, तो शव के पैर के पंजे का मांस गायब था और वहां से खून रिस रहा था। हडिडयां भी निकल आईं। चूहों और नेवलों ने मांस नोंच-नोच कर खा लिया था, जिस पर प्रद्युम्न बिलख-बिलखकर रोने लगा। लोहे का बॉक्स नीचे से टूटा हुआ था। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर बिसरा सुरक्षित कर लिया है। उधर, पोस्टमॉर्टम के बाद उसके भाई सत्यप्रकाश के शव को ऐम्बुलेंस से लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।

4 महीने पहले हुई थी शादी

बताते चलें कि सत्य प्रकाश की शादी बेंगलुरू निवासी अर्चना के साथ 18 मई को हुई थी। एक बार ससुराल में रहने के बाद वह मायके चली गयी थी। पत्नी को लेने के लिए सत्य प्रकाश जा रहा था।

जहरखुरानी का हुआ शिकार

मृतक के बड़े भाई रवि प्रकाश ने बताया कि सत्य प्रकाश की जेब में लगभग 12 हजार रुपए थे। ट्रेन में किसी जहरखुरान ने उसको कोई जहरीली चीज खिला दी, जिससे उसकी हालत खराब हो गयी और मुंह से झाग आ गए।

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