रेप मर्डर के तरीके बदल गए, पुलिस नहीं बदली?
रेप मर्डर के तरीके बदल गए, पुलिस नहीं बदली
राम प्रसाद माथुर
देश अपराध और अपराधी हाईटेक हो गए लेकिन देश के राज्यों की पुलिस नहीं बदली, क्यों नहीं बदली इस पर सवाल उठना लाजमी है। मुस्लिम समुदाय के लड़के हिन्दू लड़कियों को अपने प्यार में फंसा कर उनका शोषण करना प्रताड़ित करना फैशन बनता जा रहा है।
उदाहरण के तौर पर श्रद्धा कपूर हत्या काण्ड किसी से छुपा नहीं है। श्रद्धा कपूर को आफताब पुनेवाला ने किस तरह उसका शोषण किया नाम बदलकर अपने जाल में फ़साया माँ बाप से अलग किया, कोर्ट मैरिज किया फिर उसको कैसे प्रताड़ित किया जाने लगा, हद तो तब हो गई आफताब ने श्रद्धा की हत्या करदी और शव को ठिकाने लगाने को उसने नया तरीका अपनाया, बेरहम आफताब ने लड़की के शव के 35 टुकड़े किए फिर उन्हें फ्रिज में रख कर ठिकाने लगाने के लिए उसने जो कदम उठाया जिससे लड़की की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी, उसके शरीर के टुकड़ों को एक एक कर दिल्ली के अलग अलग जगहों पर फेंका गया।
10 वर्ष पडले दिल्ली में ही निर्भया हत्या कांड हुआ था जो देश ही नहीं विदेशों तक चर्चा में रहा था। जिसके गुनहगार आज भी जेल में है कुछ को फांसी हो गई। निर्भया हत्याकांड की बात होते ही लोगों के शरीर में सिरहन सी दौड़ जाती है हत्यारों ने कितनी निर्मम तरीके से उसकी जान ली थी।
उसके बाद देश के कई हिस्सों में निर्भया हत्या जैसी घटनाओं को हत्यारे अंजाम देने लगे। निर्भया कांड का सबक लेते हुए सरकार ने देश में फास्ट ट्रैक अदालतों का आयोजन किया गया..? क्या उसके बाद रेप/बलात्कार बन्द हो गए।
देश में निर्भया कांड के बाद दूसरा चर्चित श्रद्धा कांड हो गया, श्रद्धा मर्डर किस तरह किया गया लोग वही स्कीम अपनाने लगे..? लेकिन सरकार और पुलिस प्रशासन के पास ऐसे हत्यारों के पास उनका कोई तोड़ क्यों नहीं ढूढ़ पाई! अपराधों की पुनरावर्ति क्यों होने लगती है। आये दिन सोशल मीडिया पर खबरे आने लगती है कि उसी तरह की घटना घटित हो गई। लड़के एक तरफा प्यार में घटित घटना की धमकी देने लगते है। श्रद्धा कपूर के शव के 35 टुकड़े किया इस तरह की घटनायें सामने आने लगी। भतीजे ने ताई के 10 टुकड़े करके बैग में रखकर लगाया ठिकाने। निर्भया कांड जैसी घटनाओं के उदाहरण देश में दर्जनों घट चुकी है।
इस तरह की घटनाओं को घटित न हो सके का पुलिस प्रशासन समय रहते सुधार जरूर करे। पुलिस अपराधियों को जघन्य अपराधों में जल्द सजा दिलवाये तो कहीं तक अपराधों पर अंकुश लग सकता है, राजनीति से हटकर कार्य करना होगा। पैसा कमाना छोड़ना होगा तभी सम्भव होगा।
मुस्लिम समुदय के लड़के नाम बदलकर हिन्दू लड़कियों के आगे पीछे चक्कर लगाकर उन्हें अपने जाल में फसाते है फिर शादी कर लेते है बाद में धर्म परिवर्तन का दबाव डालते है और मांस खाने तक को मजबूर करते है, धर्म नहीं बदलने पर उत्पीड़न और फिर बाद में हत्या..?