Rajasthan Political crisis: लगता है कि एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादू चल गया है। इस बार भी दिल्ली दरबार तक अपनी बात पहुंचाने में मुख्यमंत्री सफल हो गए। हालांकि, मुख्यमंत्री के 3 खास मंत्रियों को नोटिस जरूर मिल गया लेकिन मुख्यमंत्री इस बार हमेशा की तरह पाक साफ कर निकले हैं। दिल्ली की राह में आई मुश्किलें भी करीब-करीब हल हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि वह बुधवार को दिल्ली के लिए फ्लाइट लेंगे। वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिला करेंगे।
लेकिन तीन नेताओं पर कार्रवाई तय…
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही जयपुर में दो दिनों तक आए सियासी भूचाल से खुद को बचा लिए हो लेकिन बवाल की अगुवाई कर रहे उनके तीन खास पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। केंद्रीय नेतृत्व ने गहलोत के तीन खास मंत्रियों शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ को अनुशासनहीनता के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। तीनों को दस दिनों में जवाब देना होगा। उधर, केंद्रीय नेतृत्व ने कांग्रेस के अनुशासन समित के चेयरमैन एके एंटोनी को दिल्ली बुला लिया है। माना जा रहा है कि एके एंटोनी के दिल्ली पहुंचने के बाद जयपुर के अनुशासनहीन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस यह कार्रवाई अजय माकन व मल्लिकार्जुन खड़गे की लिखित रिपोर्ट के बाद कर रही है। तीनों के ऊपर आरोप है कि तीनों ने विधायक दल की मीटिंग के समानांतर बैठक कर अनुशासनहीतना की है। 90 से ज्यादा विधायकों को अपने साथ घेरकर ले गए। तीनों नेताओं को 10 दिन में पार्टी ने जवाब मांगा है । लेकिन मुख्यमंत्री के ऊपर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होना गहलोत खेमें की जीत बताई जा रही है।
गहलोत बुधवार को कर सकते हैं पर्चा दाखिला
उधर, गहलोत खेमे में माना जा रहा है कि वह 28 सितंबर को पर्चा दाखिल करेंगे। दरअसल, अशोक गहलोत ने पहले ही ऐलान किया था कि 28 सितंबर को उनका नामांकन होगा। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 30 सितंबर तक पर्चा दाखिला हो सकता है। ऐसे में अगर अशोक गहलोत बुधवार को पर्चा दाखिला करते हैं तो यह बात साफ हो जाएगी कि जादूगर का जादू अभी भी चल रहा है।
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