कसौली के जंगलों में लगी भीषण आग बुझाने में जुटी सेना, बड़ी संख्या में लोगों को बचाया
गर्मी बढ़ने के साथ ही हिमाचल प्रदेश स्थित कसौली के जंगलों में इन दिनों भीषण आग (Fire) लगी हुई है. इसे लगातार बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस बीच सोमवार को भारतीय सेना (Indian Army) की सेंट्रल कमांड ने जानकारी दी है कि सेना के जवान भी कसौली के जंगलों (Kasauli Forest Fire) में लगी आग बुझाने के काम में जुटे हुए हैं. बताया गया है कि भारतीय सेना की गोल्डन आई डिवीजन के जवान लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं.
सेना की ओर से जानकारी दी गई है कि जवानों ने जान पर खेलकर जंगल की आग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला है. यह अभियान जारी है. इसके साथ ही मेडिकल टीम भी उन लोगों की देखभाल करने के लिए मौके पर है. सेना का कहना है कि जब तक आग पूरी तरह से नहीं बुझ जाती है, तब तक सेना वहां जुटी रहेगी. साथ ही लोगों को बचाने का प्रयास जारी रहेगा.
वायुसेना ने भी चलाया अभियान
वहीं एक स्थानीय अफसर ने जानकारी दी है कि भारतीय वायुसेना के बांबी बकेट अभियान और उसके बाद सोमवार को हुई बारिश से हिमाचल प्रदेश में कसौली वायुसेना स्टेशन के पास जंगल में लगी आग पर काबू पाने में थोड़ी मदद मिली है. लेकिन आग अब भी धधक रही है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कसौली के जंगलों में रविवार को आग लगी थी. आग बुझाने के लिए दमकलर्मी भी मौके पर जुटे हुए हैं. जानकारी के अनुसार आग बुझाने के प्रयास में तीन दमकलकर्मी भी घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि आग के कारण जंगली जानवरों को भी नुकसान पहुंच रहा है.
काफी हद तक पाया गया काबू
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने जानकारी दी है कि जंगल की आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है. भारतीय वायुसेना ने आग बुझाने के लिए बांबी बकेट अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि इलाके में बारिश ने भी आग पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाई.
तीन दमकलकर्मी हुए घायल
बांबी बकेट लचीले मिश्रित कपडे़ से बना एक बाल्टीनुमा ढांचा है, जिसमें पानी भरकर हवाई मार्ग से कार्रवाई की जाती है. इसे एक हेलीकॉप्टर से लटकाया जाता है और आग की लपटों पर पानी या अग्निरोधी रसायनों को एकत्रित कर उनका छिड़काव करने के लिए उपयोग किया जाता है. रविवार को घायल हुए तीन दमकलकर्मियों को इलाज के लिए पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में ट्रांसफर कर दिया गया है.
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