
एक महीने से रूस (Russia) की एयर स्ट्राइक और ग्राउंड अटैक झेल रहा यूक्रेन (Ukraine) का शहर (Mariupol) खंडहर में तब्दील हो चुका है. शहर के चारों ओर ध्वस्त पड़ी इमारतें नजर आ रही हैं. सड़कों पर बुलडोजर और तोप चलते नजर आ रहे हैं. यूक्रेनी सरकार का का आरोप है कि रूस ने इस पोर्ट सिटी में रसद की सप्लाई रोक रखी है और जान बचाने के लिए लोग शहर छोड़कर भाग रहे हैं. साथ ही कहा कि ऐसा करना अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. यूक्रेन ने मारियुपोल के पूर्वी इलाके में रूस नियंत्रित इलाके में बने शरणार्थी शिविर का सैटेलाइट इमेज जारी किया है, जिसमें करीब पांच हजार लोग रह रहे हैं. साथ ही यूक्रेनी बॉर्डर पर बसों की लंबी कतार दिख रही है, जिसमें भर-भरकर लोग देश छोड़कर जा रहे हैं, लेकिन मारियुपोल के लोगों को रूस में ही शरण लेनी पड़ रही है, जहां उनके साथ भीषण अत्याचार के आरोप लग रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध में लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और अब बैटल ग्राउंड में रूसी सेना पर कहीं छेड़छाड़ तो कहीं बलात्कार के आरोप लगने लगे हैं. द टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में एक महिला ने बताया है कि 9 मार्च को रूसी सैनिकों ने पहले उसके कुत्ते को मारा, फिर उसके पति को मारा और उसके बाद उसके साथ बलात्कार किया. यूक्रेन की ओर से इस पर कड़ा रुख अपनाया गया है और यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भी पुतिन की सेना पर सवाल उठाए हैं.
यूक्रेन की सांसद मेजेंटसेवा ने स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि यूक्रेन इस मामले में शांत नहीं बैठेगा और रूसी सेना के हर अपराध का हिसाब करेंगे. यूक्रेन ने दावा किया है कि दो सैनिकों ने पूर्वी कीव के ब्रोबरी में भी एक महिला पर हमला किया और फिर रेप किया. इनमें से एक सैनिक की पहचान हो गई है. ऑनलाइन मीडिया द कन्वर्सेसन के मुताबिक यूक्रेन के लोगों के लिए युद्ध से बचने का प्रयास भी खतरनाक होता जा रहा है. यूक्रेन की शरणार्थी महिलाओं और लड़कियों के साथ उन जगहों पर बलात्कार किया जा रहा है, जहां वो सुरक्षा की उम्मीद में पहुंची थीं.
यूक्रेन छोड़ने वाले 36 लाख यूक्रेनी लोगों में लगभग सभी महिलाएं और बच्चे
24 फरवरी को रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन छोड़ने वाले 36 लाख यूक्रेनी लोगों में लगभग सभी महिलाएं और बच्चे हैं. 18 से 60 साल की उम्र के पुरुषों और लड़कों को रूसी सेना के खिलाफ देश की रक्षा के लिए यूक्रेन में रोक लिया जा रहा है. ऐसे में घर की महिलाएं और बच्चे मुख्य रूप से पोलैंड और अन्य यूरोपीय देशों कर रूख कर रहे हैं, जहां वीजा बंदिशों में नरमी है. लेकिन यूक्रेनी किशोर लड़कियां आसरे के लिए जिन देशों में पहुंच रही हैं, उन देशों में उनके साथ दुर्व्यवहार किए जाने की भी खबरें हैं. पोलैंड में एक व्यक्ति को 19 साल की यूक्रेनी शरणार्थी के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जो युद्धग्रस्त यूक्रेन से भागकर आई थी.
रूस-यूक्रेन के बीच सुलह को लेकर एक बार फिर भारत से उम्मीदें जगने लगी हैं, क्योंकि इसी हफ्ते रूसी विदेश मंत्री भारत पहुंच रहे हैं. रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव का भारत दौरा का कार्यक्रम अचानक ही बना है, जिसे युद्ध की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है. भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर लगातार संघर्ष विराम की वकालत करता आ रहा है. इसके लिए संयुक्त राष्ट्र में एक ही दिन में दो प्रस्तावों पर वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था. एक प्रस्ताव यूक्रेन के पक्ष में था जबकि दूसरा रूस के पक्ष में था. शांति के फॉर्मूले पर विस्तृत बातचीत रूस-यूक्रेन के बीच भी जारी है. भारत और इजरायल की भूमिका मतभेद के अहम पहलुओं को सुलझाने की मानी जा रही है.
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