पेरिस। फ्रांस (France) और जर्मनी (Germany) ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल (Mariupol port city) की घातक घेराबंदी को समाप्त करने का आग्रह किया है। इस तीन तरफा वार्ता में फ्रांस और जर्मनी के राष्ट्र प्रमुखों ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) से कहा कि मारियुपोल में स्थिति बहुत कठिन और मानवीय रूप से असहनीय है। राष्ट्रपति पुतिन को घेराबंदी हटाने का एकमात्र निर्णय लेना चाहिए।
पुतिन के दावे को मैक्रॉन ने झूठ करार दिया
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) के कार्यालय ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर झूठ का आरोप लगाया कि यूक्रेनी बलों ने नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करके मानवाधिकारों का हनन किया है।
करीब 75 मिनट तक तीनों नेताओं ने की बात
फ्रांसीसी और जर्मन नेताओं के कार्यालयों के सूत्रों ने कहा कि मैक्रॉन, रूसी नेता और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (Olaf Scholz) के साथ 75 मिनट की तीन-तरफ़ा फोन कॉल में फ्रांस और जर्मनी ने तत्काल युद्धविराम और राजनयिक समाधान की दिशा में कदम उठाने पर जोर दिया। मैक्रॉन ने पुतिन से कहा कि रूसी सेना की घेराबंदी बंद होनी चाहिए। आमजन पर अत्याचार नहीं होनी चाहिए। चेतावनी भी दी कि रूस अगर आम लोगों पर हमले नहीं रोकता तो उस पर युद्ध अपराध की कार्रवाई होगी।
रूस सेना कीव में घुस रही और अन्य शहरों पर हमले
रूसी सेना यूक्रेनी राजधानी कीव (Kyiv) की ओर जा रही है और कई अन्य शहरों पर बमबारी कर रही है। रूस के हमले से लाखों यूक्रेनियन्स बेघर हो चुके हैं।
मेलिटपोल के मेयर का अपहरण
ज़ेलेंस्की ने नेताओं से मेलिटपोल शहर के मेयर की रिहाई में मदद करने के लिए भी कहा है। यूक्रेन का आरोप है कि मेलिटपोल शहर के मेयर का रूसी सेना ने अपहरण कर लिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि हम अधिकतम दबाव डाल रहे हैं, हम हार नहीं मानेंगे। मैक्रों ने बहुत दृढ़ता से मांग की कि (रूस) अवैध हथियारों का सहारा लेने या शहरों को नष्ट करने सहित सबसे खराब स्थिति से बचने के लिए संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने की जैविक हथियारों के इस्तेमाल नहीं करने की अपील
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि अगर रूस यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उसे गंभीर कीमत चुकानी होगी। उन्होंने साफ कहा था कि नाटो देश अपनी सीमाओं और जमीन की रक्षा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। अगर रूस से सीधा संघर्ष होगा तो तृतीय विश्व युद्ध होगी। ऐसे में अमेरिका चाहता है कि किसी के उकसाने में आने से बचते हुए तीसरे विश्व युद्ध की ओर दुनिया को न धकेले।
रूस के साथ बातचीत में मैक्रॉन सबसे अग्रणी
मैक्रॉन ने रूस के आक्रमण पर पुतिन के साथ जुड़ने की कोशिश में अग्रणी भूमिका निभाई है। एलिसी का कहना है कि 7 फरवरी को क्रेमलिन में उनसे मिलने के बाद से उन्होंने रूसी नेता के साथ नौ बातचीत की है। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था।
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