जब पुतिन (Vladimir Putin) ने अचानक से यूक्रेन (Ukraine) पर हमला करने की घोषणा कर दी तो पूरी दुनिया में हर किसी की पहली प्रतिक्रिया थी….’क्यों’. रूस (Russia) की सेना यूक्रेन में आगे बढ़ती गई और शहरों को खंडहर बनाती चली जा रही है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 9वां दिन है. पुतिन के लगातार बढ़ते कदमों को देख हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर पुतिन क्या चाहते हैं? उनका अगला प्लान क्या है? इस सवाल का जवाब दरअसल पुतिन की एक बेहद खतरनाक साजिश है.
यूक्रेन के विरोध के बावजूद उसके पहले शहर पर कब्जा हो गया है. देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित खेर्सोन काला सागर बंदरगाह अब रूस के नियंत्रण हैं. खेर्सोन शहर रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. यहां के मेयर इगोर कोलिखेयेव ने कहा था कि रूस के सैनिक यहां सड़कों पर घूम रहे हैं और जबरन उन्होंने सिटी काउंसिल की बिल्डिंग में जगह बना ली है. उन्होंने रूसी जवानों से यह अपील भी की कि वे आम लोगों को निशाना ना बनाएं.
ये खतरनाक साजिश रच रहे हैं पुतिन
कुछ मीडिया खबरों से पुतिन की अगली खतरनाक साजिश का अंदाजा हो रहा है. पिछले महीने रॉयटर्स ने सैन्य समीक्षक व पूर्व अधिकारी के हवाले से बताया था कि रूस ने कीव को अपने कब्जे में लेने के लिए हमला किया है. दरअसल पुतिन अपनी खतरनाक साजिश को अंजाम देते हुए पूरे देश को ही दो हिस्सों में बांटना चाहते हैं. उनका इरादा काला सागर में एक लैंड कॉरिडोर बनाने का है. अब टेलिग्राफ ने भी इसी तरह का दावा किया है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूरे यूक्रेन को दो हिस्सों में बांटना चाहते हैं और इसी वजह से वह कीव पर जल्द से जल्द कब्जा करना चाहते हैं.
ये है प्लान
रूस की योजना है कि सेना नाइपर नदी को पार करे और यूक्रेन को दो हिस्सों में बांट दे. इसके बाद वह पश्चिम और उत्तर की ओर से बढ़े और दूसरे छोर से कीव पर हमला करे. यूक्रेन का दक्षिणी तटीय शहर मारियूपोल इस समय काफी अहम हो चुका है. इसे अजोव सागर के लिए इंडस्ट्रियल पोर्ट भी कहा जाता है. रूस की निगाहें इसी बंदरगाह पर है. इसके जरिए पुतिन ओडेसा शहर से एक लैंड रूट बनाना चाहते हैं. मारियूपोल रूसी नेताओं के कब्जे वाले क्रिमिया तटीय लाइन के बीच में आ रही है. रूस की सेना ने इस शहर को घेर लिया है और यहां बिजली-पानी भी नहीं है.
लगातार दागे जा रहे रॉकेट
रूसी सेना बर्बर तरीके से मारियूपोल शहर पर रॉकेट दाग रही है. मीडिया खबरों ने प्रशासन के हवाले से कहा जा रहा है कि सेना लगातार रिहायशी इलाकों को निशाना बना रही है क्योंकि उनका उद्देश्य इस शहर को खंडहर बनाने का है ताकि कोई यहां रह ना सके.
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