कासगंज । राष्ट्रीय पत्रकार सहायता संघ (RPSS) के बैनर तले पत्रकारों ने प्रेस को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का संवैधानिक दर्जा दिलाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन कासगंज के उप-जिलाधिकारी को दिया गया। इस दौरान पत्रकारों ने छोटे और मझोले अखबारों पर सरकार द्वारा लगाए गए मापदंडों को खत्म करने की भी मांग की। राष्ट्रीय पत्रकार सहायता संघ के जिलाध्यक्ष रामेश्वर सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पत्रकार कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लोकतंत्र के अन्य तीन स्तंभों को संवैधानिक दर्जा मिल चुका है, लेकिन दुखद है कि मीडिया को अब तक यह दर्जा नहीं दिया गया है, जबकि मीडिया शासन-प्रशासन और जनता के हर सुख-दुःख में शामिल होता है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद उर्फ बबलू चक्रवर्ती के निर्देश पर यह ज्ञापन सौंपने का अभियान शुरू किया गया है। पत्रकारों ने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती, तब तक यह अभियान पूरे उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। ज्ञापन सौंपने के लिए पहले 3 अगस्त की तारीख तय की गई थी, लेकिन इंटेलिजेंस से संपर्क होने और रविवार होने के कारण इसे बदलकर 2 अगस्त को दोपहर 11 बजे का समय निर्धारित किया गया था। ज्ञापन देने के लिए पत्रकार निर्धारित समय पर पहुंचे, लेकिन कोई भी अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए मौजूद नहीं था। लगभग डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद, पत्रकार धरने पर बैठ गए। इसके करीब एक घंटे बाद, उप-जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पत्रकारों को समझाकर ज्ञापन स्वीकार किया। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष सन्मत बाबू जैन, अलीगढ़ मंडल अध्यक्ष मनीष कुमार, कासगंज जिलाध्यक्ष रामेश्वर सिंह संजीव कुमार दुबे संगम सक्सेना रमन साहू समेत कानपुर, एटा और कासगंज के कई पत्रकार मौजूद रहे।
