ट्रैफिक पुलिस कर्मी पर फ्री में दवा न देने पर गरीब दुकानदार से मारपीट का आरोप
कासगंज।
सोमवार बाजार में पेड़ के नीचे छोटी सी दुकान लगाकर दवा, मंजन और चूर्ण बेचने वाले एक गरीब दुकानदार ने ट्रैफिक पुलिस के एक संविदा कर्मी पर फ्री में दवा न देने पर मारपीट और अभद्रता करने का गंभीर आरोप लगाया है।
पीड़ित अब्दुल गफ्फार, निवासी इस्लाम नगर नई बस्ती, कासगंज ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि सोमवार को वह हमेशा की तरह अपनी दुकान पर बैठा था, तभी ट्रैफिक पुलिस की क्रेन गाड़ी का चालक, जो सादी वर्दी में था और जिसे लोग “पंडित जी” के नाम से जानते हैं (नाम – अरुण दीक्षित, संविदा कर्मी), ₹500 की दवा मुफ्त में मांगने लगा।
गफ्फार के मना करने पर उक्त कर्मी ने दुकान हटाने को कहा और न हटाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। विरोध करने पर दुकानदार से मारपीट की गई, थप्पड़ मारा गया और लाठी से वार भी किया गया। शोर सुनकर गफ्फार के भाई और पिता मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपी ने उनके साथ भी मारपीट की, दाढ़ी खींची और गाली-गलौज की। पीड़ित के अनुसार, उसके परिवार को जातिगत और सांप्रदायिक गालियां भी दी गईं और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई।
घटनास्थल पर मौजूद एक अन्य पुलिसकर्मी सोनवीर सिंह ने समझाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने कथित रूप से कहा कि वह किसी से नहीं डरता और शिकायत करने को खुली चुनौती दी।
घटना की आंशिक वीडियो रिकॉर्डिंग पीड़ित के परिवार ने की, लेकिन मारपीट के दौरान मोबाइल गिर जाने से पूरी घटना रिकॉर्ड नहीं हो सकी।
पीड़ित परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए संबंधित पुलिस कर्मी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
