5 दिन तक मरी हुई मां के हाथ के नीचे बैठा रहा मासूम, जिसने देखा मंजर नहीं रोक पाया आंसू
Innocent sitting under dead mother's hand for 5 days, who saw the scene could not stop tears
पिछले सोमवार को तुर्की में आए भीषण भूकंप की वजह से हर तरफ तबाही का मंजर है। इस भयानक भूकंप के 5 दिन बाद भी लोग मलबे से जिंदा बाहर निकल रहे हैं। इस बीच एक खबर सामने आ रही है कि बचावकर्मियों ने मलबे से एक 9 साल के बच्चे को जिंदा निकाला है। वह अपनी मां के साथ पिछले 5 दिनों से मलबे के नीचे दबे हुए थे। हालांकि इस रेस्क्यू ऑपरेशन में उनकी मां को बचाया नहीं जा सका। जब बच्चे मिले तो वह अपनी मां के साथ था।
जानकारी के मुताबिक, भूकंप से तुर्की के कहरमणमारों के बीच वेस्टलैंड में 200 से ज्यादा घर तबाह हो गए। इन घरों के अंदर कई लोगों के दबे होने की आशंका है। बचावकर्मी एक-एक कर लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। यहां बचावकर्मियों के सामने नैतिक चुनौती है कि जिन लोगों के बचने की उम्मीद है, उन्हें मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
यहीं पर एक रेस्क्यू टीम एल्बरार अपार्टमेंट के एक ब्लॉक के मलबे में लैला नाम की महिला को बचाने की कोशिश कर रही थी. यह महिला मलबे के विशाल ढेर के नीचे दब गई थी। एक बचाव दल ने इसे बाहर निकालने के लिए दिन-रात काम किया। जब इटली के एक बचावकर्मी जियानलुका पेसके से बात की गई तो उसने बताया कि वह अपनी मर्जी से एक इंजीनियर और बचावकर्मियों के साथ काम कर रहा है।
बचावकर्मी ने बताया कि उसने महिला को बचाने के लिए एक कॉरिडोर खोला था। उसने बताया कि वह खुद 7 मीटर तक अंदर गया और उससे बात करने की कोशिश की। महिला ने जवाब दिया लेकिन उसकी आवाज बहुत कमजोर थी। इजरायली बचाव दल ने महिला को बचाने के लिए करीब 24 घंटे तक कड़ी मेहनत की। इससे पहले वह महिला के पति और बेटी को बचाने में सफल रहे हैं। लेकिन महिला बहुत ही मुश्किल जगह पर फंस गई थी।
एक अन्य बचावकर्मी ने कहा कि लैला की आवाज उसके बेटे की हो सकती है। जानकारी के मुताबिक लैला अपने बच्चे के साथ थी। आखिरकार उसके बच्चे को काफी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाला गया।
हालांकि बचावकर्मी लैला को बचाने में नाकाम रहे। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लैला के बेटे का नाम रिदवान है।