एडीएम प्रशासन ने प्रदर्शनी प्रांगण में आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का फीता काटकर किया शुभारंभ
एडीएम प्रशासन ने प्रदर्शनी प्रांगण में आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का फीता काटकर किया शुभारंभ
एटा। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह व मंडल अधीक्षक होम्योपैथी अलीगढ़ मंडल डॉ रागिनी गुप्ता के निर्देशानुसार होम्योपैथी विभाग एटा द्वारा जनपद स्तरीय होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का अयोजन एटा महोत्सव में प्रदर्शनी पंडाल में किया गया। जिसमें लगभग 1567 से अधिक जनपदवासियों को होमियोपैथिक परामर्श व उपचार दिया गया। अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश द्वारा होम्योपैथी के जनक डॉ हैनिमैन व देवी सरस्वती के चित्रपट पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलित कर व फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया गया। अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा स्टालों का निरक्षण कर दवाओं के बारे में जानकारी ली गईं।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने कहा कि होम्योपैथिक उपचार सबसे सरल , सुलभ व दुष्परिणाम रहित उपचार है, जो शरीर को अधिक प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया की अनुमति देता है। होम्योपैथी दवाएं चिकित्सा का एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प प्रदान करती हैं। होम्योपैथ बच्चों और प्रसूताओं को ठंड आदि से बचाने में कारगार होती है। बुधवार को आयोजित शिविर में जुकाम, बुखार, खांसी, गठिया, पथरी, पीलिया , चर्म रोग आदि के मरीजों का तांता लगा। डाक्टरों ने उन्हें होम्योपैथिक दवाओं को अपनाने की सलाह दी। इसके अलावा ब्लड प्रेशर, मधुमेह की निशुल्क जांच , निशुल्क दवाइयां वितरित की गई।
जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ लता मंगलानी ने कहा कि बच्चों के लिए होम्योथैपिक दवाइयां रामबाण साबित होती हैं। ठंड से भी उन्हें बचाती हैं और बीमारी का जड़ से उपचार होता है। उन्होंने महिलाओं और बच्चों की देखभाल के अलावा दवाइयों का सेवन आदि की विधि बताई।दवाई लेने के साथ चिकित्सक जिन चीजों के सेवन से परहेज करने की सलाह देते हैं उनका पालन करना चाहिए। लोगों में होम्योपैथी के प्रति रुझान बढ़ने लगा है , विश्व भर में एलोपैथी के बाद सबसे अधिक होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के द्वारा ही रोगियों का उपचार किया जा रहा है। डॉ रूपकिशोर ने बताया सही मायनों में होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति सस्ती कीमत पर चमत्कार करती है। होम्योपैथिक दवाएं कम लागत वाली बेहद प्रभावी और रुचिकर होती हैं, जिनका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता और इनका आसानी से सेवन किया जा सकता है।
कैंप में डॉ रूप किशोर, डॉ रूपेश सक्सेना, डॉ मुकेश वर्मा, डॉ संगीता, डॉ विजयलक्ष्मी,डॉ महेंद्र अग्रहरि ने मरीजों को परामर्श व उपचार दिया। दवा वितरण का कार्य फर्मासिस्ट संजय, प्रियंका,गरिमा ,अमरदीप द्वारा किया गया। कैंप में महेंद्र, सत्यपाल, राजन,अनिल,अनुज,कैलाश, लायक सिंह, दुष्यंत, अंकित,रमेश, जय प्रकाश, सपना, सुमित आदि ने प्रतिभाग किया।