Karnataka के बाद अब UP में अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटी कांग्रेस, छेड़ा जातीय जनगणना का अभियान
कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस पार्टी उत्साहित है। यह जीत न केवल कांग्रेस के लिए एक राज्य में सत्ता पाने के लिए है, बल्कि आने वाले चुनावों में उसके लिए संजीवनी की तरह है.
Lucknow News: कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस पार्टी उत्साहित है। यह जीत न केवल कांग्रेस के लिए एक राज्य में सत्ता पाने के लिए है, बल्कि आने वाले चुनावों में उसके लिए संजीवनी की तरह है, जिसका असर इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार है। इन राज्यों में कांग्रेस पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहेगी, ताकि सत्ता बनी रहे। इसके अलावा यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड समेत अन्य राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ता जोश से भरे हुए हैं।
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटी है. यूपी कांग्रेस जातीय जनगणना का अभियान छेड़ने जा रही है. आज कांग्रेस जातीय जनगणना और ओबीसी आरक्षण बढ़ाओ सम्मेलन का आयोजन करेगी. पूरे प्रदेश से पिछड़े नेता और पदाधिकारी सम्मेलन में शामिल होंगे. आज सुबह 11 बजे कांग्रेस मुख्यालय में जातीय जनगणना अभियान का शुभारंभ होगा.
50 से अधिक जातियों के नेता बनाएंगे रणनीति
प्रदेश में 50 से अधिक जातियों के नेता जातीय जनगणना की आगामी रणनीति तय करेंगे. कांग्रेस सामाजिक न्याय के कद्दावर नेता चंद्रजीत यादव के पुण्यतिथि पर यह सम्मेलन कर रही है. इसको लेकर कांग्रेस ने जगह-जगह जातीय जनगणना अभियान से जुड़े पोस्टर लगवाए हैं. इस सम्मेलन का नाम जातीय जनगणना कराओ ओबीसी आरक्षण बढ़ाओ’ नाम दिया गया है.
OBC समाज के नेता और पार्टी पदाधिकारी सम्मेलन में भाग लेंगे
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि पार्टी के इस जातीय जनगणना सम्मेलन में पूरे प्रदेश से कार्यकर्ता शामिल होंगे. खासकर ओबीसी समाज के नेता और पार्टी पदाधिकारी सम्मेलन में भाग लेंगे. प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि हम लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना कराई जाए. इसको लेकर हम सम्मेलन में अपनी रणनीति बनाएंगे. इस सम्मेलन में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, संगठन सचिव अनिल यादव, प्रदेश महासचिव जयकरन वर्मा सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे.