Armed Forces Flag Day : आज देश में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जा रहा है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस 1949 से मनाया जा रहा है। तब से लेकर इसे मनाने का रिवाज आज तक बदस्तूर जारी है।सशस्त्र सेना झंडा दिवस हर साल 7 दिसंबर को सेवा करने वाले सैनिकों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि वे सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में शहीद सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों के कल्याण के लिए और पुनर्वास के लिए स्वैच्छिक योगदान दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सुरक्षाबलों के कल्याण में योगदान देने का आग्रह किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर मैं एक बार फिर हमारे सुरक्षाबलों के अनुकरणीय योगदान को स्वीकार करता हूं। उनकी दृढ़ता और साहस उत्कृष्ट है। मैं आप सभी से सुरक्षाबलों के कल्याण के लिए योगदान करने का आग्रह करता हूं। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस के मौके पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि, मैं सशस्त्र सेना झंडा दिवस के इस अवसर पर भारत की सेनाओं के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूं। उन्होंने आगे लिखा मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि, यह पूरा महीना गौरव माह के रूप में मनाए सशस्त्र सेना का झंडा धारण कर बलों के लिए योगदान करें।
झंडा दिवस का इतिहास
भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 28 अगस्त 1949 को एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने हर साल 7 दिसंबर को झंडा दिवस मनाने का फैसला किया। दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को झंडा बांटने और उनसे बलों के लिए धन इकट्ठा करने के लिए मनाया जाता है। 7 दिसंबर 1949 से शुरू हुआ यह सफर आज तक जारी है। आजादी के बाद सरकार को लगने लगा कि सैनिकों के परिवारजनों का ख्याल रखने की आवश्यकता है। इसलिए 7 दिसंबर को दिवस मनाने के पीछे की सोच यह है कि, जनता में झंडे बांट कर दान अर्जित किया जाएगा। जिसका फायदा शहीद सैनिकों के आश्रितों को पहुंचाया जाएगा। शुरुआत में इसे झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता था। लेकिन 1993 में इसे सशस्त्र सेना झंडा दिवस का रूप दे दिया गया।इस दिन को मनाने के लिए भारतीय बलों की सभी 3 शाखाएं आम जनता को दिखाने के लिए कई प्रकार के शो, कार्निवल, नाटक और अन्य मनोरंजन कार्यक्रमों की व्यवस्था करती हैं।
Disclaimer: This article has not been edited by Culprit Tahalaka. This news is published by news agency ANI.
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।