BJP नेता विनय कटियार का बयान – राम मंदिर का श्रेय लेने वाले ‘महाझूठे’, कहा- डरपोकों के बीच नहीं जाता; कल मोदी फहराएंगे धर्मध्वजा
अयोध्या।
अयोध्या में राम मंदिर के 161 फीट ऊँचे शिखर पर धर्मध्वजा फहराने की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। मंगलवार को PM नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक क्षण को साकार करेंगे। इससे पहले सोमवार शाम को माहौल उस वक्त गरमा गया, जब राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने तीखा बयान देते हुए कहा—
“मैं डरपोकों के बीच नहीं जाता। अगर मस्जिद-मकबरे न उखड़वाए होते तो यह दिन नहीं आता। जो आज श्रेय ले रहे हैं, वे महाझूठे हैं।”
उनके इस कथन ने आयोजन के राजनीतिक वातावरण में अचानक हलचल ला दी।
इधर रामपथ ‘जय श्री राम’ की रोशनी से जगमगा रहा है और पूरी अयोध्या नगरी को लगभग 1000 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। जिस दंड पर आज धर्मध्वजा लहराएगी, उसे 21 किलो सोने से मढ़ा जा चुका है। सोमवार शाम को संघ प्रमुख मोहन भागवत जब मंदिर परिसर पहुंचे, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथ जोड़कर उनका स्वागत किया।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भी बयान देते हुए कहा, “श्रीराम सबके हैं, लेकिन बीजेपी अपने आपको राम मंदिर की ठेकेदार समझ रही है। मुझे निमंत्रण नहीं मिला। अगर बुलाते तो मैं नंगे पैर दौड़कर जाता।”
उनका यह बयान समारोह की राजनीतिक ध्रुवीकरण को और बढ़ाता दिखा।
📍 सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
ध्वजारोहण से पहले राम जन्मभूमि परिसर और आसपास की सुरक्षा अभेद्य बना दी गई है।
– पूरे दिन हेलिकॉप्टर से हवाई निगरानी की गई
– ATS और NSG कमांडो ने मंदिर को चारों ओर से घेरा
– साथ ही SPG, CRPF और PAC की संयुक्त तैनाती
– मंदिर परिसर को 5-लेयर सुरक्षा कवच में रखा गया
इसी बीच नगर निगम ने मंदिर मार्ग को पूरी तरह साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखने के लिए सोमवार को भी 20 स्ट्रीट डॉग और छुट्टा जानवरों को पकड़कर हटाया।
📍 100 बड़े दानदाताओं को खास निमंत्रण
धर्मध्वजा समारोह के लिए उन 100 दानदाताओं को आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने मंदिर निर्माण में 2 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया था। हालांकि, शंकराचार्यों को आमंत्रित न किए जाने का मुद्दा अब भी चर्चा में है।
