पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पोती अंद्रीजा और उनके पति के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उनके पति की नौकरानी ने अंद्रीजा के खिलाफ एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कराया है।
न्यायालय के आदेश पर दर्ज इस केस में अंद्रीजा के पिता अजय सिंह, बहन और ड्राइवर को भी आरोपी बनाया गया है।
इससे पहले अंद्रीजा ने अपने पति के खिलाफ एक के बाद एक दो मुकदमे राजपुर थाने में दर्ज कराए थे। इनमें उसने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप भी लगाया था। एसओ राजपुर जितेंद्र चौहान ने बताया कि अंद्रीजा सिंह के पति के घर पर रविता झा नाम की महिला काम करती है। रविता का कहना है कि अंद्रीजा के पारिवारिक विवाद के चलते उसके साथ भी गाली गलौज और जातिसूचक शब्द कहे गए। उन्होंने न्यायालय में अंद्रीजा सिंह, उनके पिता अजय सिंह, बहन ऋचा मंजरी और ड्राइवर के खिलाफ शिकायत की थी। न्यायालय के आदेश पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बता दें कि अंद्रीजा की शादी ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री आरएन सिंह देव के पोते अर्केश नारायण सिंह देव के साथ 2017 में हुई थी। अर्केश राजपुर क्षेत्र में स्थित अपने मकान में पत्नी अंद्रीजा के साथ रहते थे। वर्ष 2019 से सभी इस मकान में रह रहे थे, लेकिन कुछ दिन पहले दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। बात तलाक तक पहुंच गई। इस बीच अंद्रीजा ने अपने पति पर मारपीट और दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुदकमे दर्ज कराए थे।
पुलिस में नहीं हो रही सुनवाई : अर्केश
परिवार के इस विवाद के बीच सोमवार को अंद्रीजा सिंह के पति अर्केश नारायण सिंह देव ने पत्रकार वार्ता बुलाई। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी बातों को नहीं सुन रही है। वह बीते एक वर्ष में पांच बार राजपुर थाने में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन एक बार भी दूसरे पक्ष को बयान तक दर्ज कराने के लिए नहीं बुलाया गया। अर्केश सिंह ने कहा, शादी के बाद से ही दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी। आपसी समझौते के आधार पर तलाक लेने की भी बात चली। इस बीच उन्होंने अपने पैतृक आवास को अंद्रीजा को रहने के लिए दे दिया, लेकिन इस मकान में अंद्रीजा के साथ साथ उनके पिता और बहन ऋचा आदि भी रहने लगे। उनका भी घर में दखल चलता था। अंद्रीजा ने बिना पूछे मकान में तोड़फोड़ कराई। आरोप है कि मकान भले ही उनका था, लेकिन वह बिना अनुमति के कभी कभार ही इसके अंदर जा पाते थे। अंद्रीजा और उसके परिवार वाले उन्हें मकान में नहीं आने देते हैं।