अमेठीउत्तर प्रदेश

रेललाइन दोहरीकरण से बढ़ी दर्जनों गांव के लोगों की मुसीबत, भाकियू नेता ने दायर की जनहित याचिका

Uttar Pradesh News: अमेठी से जिला मुख्यालय तक हो रहे रेललाइन दोहरीकरण के दौरान दर्जनों गांव के लोगों की समस्या बढ़ गई है. उन्हें रेललाइन पार करने के लिए कई किमी. चक्कर लगाना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है.
जिला मुख्यालय से अमेठी सीमा तक रेलवे लाइन किनारे के दर्जनों गांव के लोग खेत, बाजार जाने के लिए घर के पास से रेललाइन पार कर लेते थे. दोहरीकरण कार्य के चलते खोदाई किए जाने से ग्रामीणों का आवागमन बंद हो गया है. रेललाइन के दूसरी ओर खेतों तक जाने के लिए ग्रामीणों को कई किमी. चक्कर लगाना पड़ रहा है.सोनावा में तो दोहरीकरण के दौरान दसकों पहले बना गेट ही बंद कर दिया गया. ग्रामीणों ने जिला व रेलवे अफसरों से शिकायत की पर हल नहीं निकला.

भारतीय किसान यूनियन के प्रयागराज मंडल सचिव सत्य नारायण यादव ने जगेसरगंज के पास अंडरपास को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. सत्य नारायण ने बताया कि अंडरपास में बारिश में पानी भरने से आवागमन बंद हो गया था. वह अधिकारियों से शिकायत करते रहे लेकिन किसी ने सुना नहीं. अब अंडरपास मिट्टी से भर गया है. सत्यनारायण ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट ने 17 जनवरी को रेलवे से जवाब मांगा है.
दोहरीकरण जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद जो भी अधिकृत गेट हैं वे खुलेंगे. अवैध रूप से रेल लाइन पार करने से बचना चाहिए.

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