गुजरात ( Gujarat ) में कोरोना के नए मामले डराने लगे हैं. अहमदाबाद में अब तक दो दिनों में तीन कोविड मरीजों की मौत हो चुकी है. 324 कोविड के नए मामले सामने आए हैं. वहीं कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 2,060 है. वहीं गुजरात में 937 नए मामले सामने आए, जो पांच महीनों में सबसे अधिक है. नौ मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.
साथ ही अब गुजरात में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,470 हो गई है. सूरत और भावनगर शहर में एक-एक मौत के साथ कोविड की मौत का आंकड़ा बढ़कर 10,960 हो गया है. पिछली 11 कोविड मौतें 11 दिनों में हुई हैं, जबकि उससे पहले जो 11 मौतें हुई थीं, वो 126 दिनों में हुई थीं. गुजरात में अब तक कोरोना के 12 लाख 47 हजार 645 मामले सामने आ चुके हैं.
इन राज्यों में तेजी से बढ़ रहा कोरोना
बता दें, देश के नौ राज्यों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. इन राज्यों में गुजरात, केरल, तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मिजोरम शामिल हैं. इनमें कोरोना के दैनिक मामलों के साथ-साथ पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ो के मुताबिक, फिलहाल सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट 23.23 मिजोरम का है. यानी, इस राज्य में प्रति 100 टेस्ट पर 24 संक्रमित मिल रहे हैं. पश्चिम बंगाल और हिमाचल में संक्रमण दर 15 प्रतिशत से अधिक है. इन दोनों राज्यों में पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रहा है. एक्सपर्ट की सलाह है कि लोग कोरोना को लेकर लापरवाही न बरतें और इससे बचाव के नियमों का पालन करते रहें.
अभी मामले आते रहेंगे
कोविड एक्सपर्ट डॉ. जुगल किशोर के मुताबिक, इस समय मॉबिलिटी बढ़ गई है, जिससे पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है. अभी कुछ दिनों तक कोविड का ग्राफ ऐसा ही बना रहेगा, क्योंकि लोग एक से दूसरे राज्यों में घूमने जा रहे हैं. अभी कुछ दिनों तक कोविड का पैटर्न ऐसी ही जारी रहेगा, क्योंकि जैसे ही इम्यूनिटी का लेवल कम होगा तो लोग संक्रमित होंगे ही. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
अन्य बीमारियों पर भी ध्यान दें लोग
डॉ. जुगल किशोर बताते हैं कि इस मौसम में अन्य भी बीमारियों का खतरा रहता है. ऐसे में अगर किसी को बुखार हो रहा है तो कोविड के अलावा डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की जांच भी करानी चाहिए. अगर फ्लू के लक्षण हैं तो जरूरी नहीं है कि ये कोरोना ही है. अभी कोविड टेस्ट पर ज्यादा फोकस न करके लोग अन्य बीमारियों पर भी ध्यान दें.
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