
फुलवारी शरीफ टेरर मामले में गुरुवार को NIA की टीम ने 6 जिलों में छापेमारी की. NIA को इस कार्रवाई में अलग-अलग जगहों से डिजिटल डिवाइस के साथ ही कई महत्वपूर्ण कागजात मिलने की बात कही जा रही है. दरभंगा में नूरुद्दीन जंगी के घर से NIA की टीम एक काला बैग अपने साथ ले गई है. बताया जा रहा है कि इस काले बैग में NIA को नूरुद्दीन जंगी के काले करतूतों के कई सबूत मिले हैं, वहीं मोतिहारी में रेड में कुछ बैनर और कागजात मिले हैं. इन्हें NIA की टीम अपने साथ ले गई है. दरअसल गुरुवार को NIA की टीम पटना, दरभंगा, मोतिहारी नालंदा, अररिया और मधुबनी में फुलवारीशरीफ टेरर माड्यूल के आरोपी के घर छापेमारी करने पहुंची थी.
NIA की टीम ने पटना में PFI संदिग्ध और फुलवारी शरीफ टेरर माड्यूल के बड़े खिलाड़ी अतहर परवेज के घर रेड मारा था. वहीं दरभंगा के उर्दू बाजार में नूरुद्दीन जंगी और शंकरपुर में मो. मुस्तकीम और सनाउल्लाह के घर भी जांच एजेंसी की टीम पहुंची थी. यहां NIA ने उनके रिश्तेदारों से पूछताछ भी की.
NIA की पहली बड़ी कार्रवाई
गुरुवार को NIA ने पटना के फुलवारी, नालंदा के बिहाशरीफ, पूर्वी चंपारण के चकिया, दरभंगा के लहेरियासराय व सिंहवाड़ा और मधुबनी के बेनीपट्टी में छापेमारी की. इस दौरान यहां जांच एजेंसी ने मोबाइल, लैपटॉप, पीएफआई व एसडीपीआई से जुड़े कागजात समेत कई जरूरी दस्तावेज बरामद किए हैं. फुलवारीशरीफ टेरर माड्यूल में जांच अब NIA के हवाले कर दिया गया है. जिसके बाद एनआईए की यह पहली बड़ी कार्रवाई है
साढ़े पांच बजे सुबह ही एक्शन में आ गई NIA
फुलवारी पहुंची NIA की टीम ने झारखंड पुलिस के रिटायर्ड दारोगा जलालुद्दीन के नया टोला के मकान, अतहर परवेज के गुलिस्तान मोहल्ला और अरमान मलिक के अलबा कॉलोनी के मकान पर सुबह साढ़े पांच बजे ही दबिश दी. जांच एजेंसी ने यहां सर्च ऑपरेशन के दौरान आरोपियो के घरवालों से बंद कमरे में पूछताछ की. पूर्वी चंपारण के कुआंवा में रियाज मारूफ के घर की तलाशी हुई. टीम ने यहां से चार मोबाइल, लैपटॉप, बैनर जब्त किया है. दरभंगा में सनाउल्लाह के घर के अलावा उसके पिता मो. शमशीर के दवा दुकान को NIA ने खंगाला. मधुबनी में तौसीफ आलम के घर की तलाशी ली गई और पिता मन्नान, मां और भाई से पूछताछ पूछताछ हुई है.
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।