Garba Programmes and attack on Muslims: गुजरात के खेड़ा जिले के एक मंदिर में गरबा के दौरान मुस्लिमों की भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में सात लोग घायल हो गए। सोमवार की रात में हुए इस हमले के बाद पुलिस ने दस आरोपियों को अरेस्ट किया है। अरेस्ट करने के बाद पुलिस उन सभी आरोपियों को उसी गरबा स्थल पर लेकर गई। गरबास्थल पर एक बिजली के खंभे में बांधकर सरेआम उनकी लाठियों से पुलिस ने पिटाई की है। इस पिटाई के दौरान गांव के दूसरे पक्ष के लोग वंदे मातरम् और भारत माता की जय के नारे लगाते रहे।
150 मुसलमानों ने किया गरबा स्थल पर पथराव
पुलिस ने बताया कि सोमवार को उंढेला गांव के मंदिर परिसर में 150 मुस्लिमों ने गरबास्थल पर पथराव किया था। इसमें महिलाएं भी शामिल रहीं। पुलिस ने बताया कि 43 लोगों की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने गरबास्थल पर जिन 10 आरोपी युवकों को लाकर सरेआम लाठियों से पिटाई की है, वह हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, माफी मांगते रहे।
मध्य प्रदेश में भी गरबा के दौरान बवाल, पिटाई
प्रदेश में गरबा आयोजन के दौरान इंदौर में मुस्लिम युवकों को पकड़ने और पीटे जाने की कई घटनाएं हुई हैं। बजरंग दल लगातार इस तरह के अभियान चला रहा। गरबा आयोजनों के पंडालों की तलाशी अभियान चलाकर मुस्लिम युवकों को पकड़ा और उनकी पिटाई की। सोमवार को इंदौर में तीन मुस्लिम युवकों की पिटाई करते देखा गया, जिसके बाद उन्होंने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। उन्होंने युवकों पर पंडालों में महिलाओं के वीडियो बनाने का आरोप लगाया। हालांकि, गरबा पंडाल से गिरफ्तार किए गए पांच मुस्लिम युवकों पर केस नहीं दर्ज हुआ है। बजरंग दल ने इन युवकों पर लव जिहाद का आरोप लगाकर पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया था। हालांकि, पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए युवकों पर कोई आपराधिक केस नहीं है, उनको केवल एहतियातन अरेस्ट में लिया गया है। बजरंग दल या आयोजकों की ओर से भी किसी प्रकार की तहरीर नहीं मिली है। इंदौर जोन -4 के पुलिस उपायुक्त आरके सिंह ने कहा कि बजरंग दल के सदस्यों के खिलाफ किसी भी शिकायत की कोई रिपोर्ट नहीं है। गरबा पंडालों में उपस्थित लोगों के पहचान पत्र की जांच के लिए कोई आधिकारिक आदेश पारित नहीं किया गया है।
मंत्रियों के बयान के बाद बजरंग दल ने शुरू किया जांच
नवरात्रि उत्सव पर मध्य प्रदेश, गुजरात आदि प्रदेशों में गरबा का बड़ा आयोजन किया जाता है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र ने बीते दिनों गरबा आयोजन में लव जिहाद को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि नवरात्रि हमारी आस्था का केंद्र है। ऐसे पवित्र अवसर पर शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे आईडी कार्ड की जांच के बाद ही गरबा कार्यक्रमों में प्रवेश प्रदान करें। बीते 8 सितंबर को संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने सुझाव दिया था कि नवरात्रि उत्सव के दौरान राज्य में गरबा नृत्य स्थलों में प्रवेश की अनुमति लव जिहाद को रोकने के लिए आईडी कार्ड की जांच के बाद ही दी जानी चाहिए। दो-दो मंत्रियों के आदेश के बाद हिंदुत्व वाली विचारधारा से जुड़े बजरंग दल ने टोली बनाकर गरबा पंडालों का जांच शुरू कर दिया। आईडी जांच कर मुस्लिम युवकों को पकड़कर कथित तौर पर पिटाई और पुलिस के हवाले करना शुरू कर दिया।
बेवजह मारने पीटने का भी लगा आरोप
गरबा पंडालों में मुस्लिम युवकों के पहचान छुपाकर शामिल होने के आरोपों के बीच कार्रवाईयों पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि बजरंग दल के लोग बिना वजह भी युवकों की पिटाई कर रहे हैं। एक टीवी न्यूज चैनल से बात करते हुए 19 वर्षीय कैफ ने कहा कि वे बस सड़क पर रुक गए थे क्योंकि उनकी मोटरसाइकिल का ईंधन खत्म हो गया था। इसी बीच कुछ युवक पहुंचे और उनकी पिटाई कर दी जबकि उनका गरबा में प्रवेश करने की कोशिश का कोई इरादा नहीं था। कैफ ने आगे बताया कि बजरंग दल के आठ से दस सदस्यों ने वीडियो बनाने का आरोप लगाते हुए उन्हें घेर लिया और मारपीट की। उन्होंने अपने फोन भी चेक किए लेकिन कुछ नहीं मिला। कैफ ने कहा कि वे हाथ जोड़कर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हमारा एक दोस्त अभी भी जेल में है। हमने बजरंग दल के खिलाफ भी शिकायत की, कोई कार्रवाई नहीं हुई। इंदौर के अब्दुल ने कहा कि पंडाल के आसपास लोगों की आईडी चेक की जा रही है। आयोजन मुख्य सड़क पर होने की वजह से उधर से आना जाना बंद नहीं किया जा सकता है। पहचान पत्रों की जांच हो लेकिन दुर्व्यवहार न हो।
बजरंग दल ने कहा कि 14 मुसलमानों को कराया अरेस्ट
उधर, बजरंग दल ने दावा किया है कि गरबा पंडालों से 14 मुसलमानों को अरेस्ट कराया गया है क्योंकि वह लव जिहाद के लिए आए थे। दल ने दावा किया कि हम त्योहारों पर जिहादी मानसिकता वाले लोगों को पकड़ रहे हैं। गैर-हिंदु युवाओं को गरबा पंडालों में नहीं जाना चाहिए, वह हमारे आयोजनों से दूर रहें। बजरंग दल ने दावा किया वह भी भाईचारा चाहते हैं तो क्यों अपने परिवारों के साथ नहीं आते। अगर वह उत्सव में परिवार के साथ आएं तो स्वागत हैं। पहचान छुपाकर आना गलत है और यही जिहादी मानसिकता है। हम हिंसा के खिलाफ हैं लेकिन मुस्लिमों से महिलाओं को खतरा है। महिलाओं की इज्जत पर आंच आएगी तो हम कार्रवाई करेंगे।
आयोजक भी अब सतर्क हुए
इस बेवजह के बवाल से बचने के लिए अब गरबा आयोजक भी सतर्क हो गए हैं। आयोजकों ने अब गरबा कार्यक्रमों में आने वालों की आईडेंटिटी अनिवार्य कर दी है। बिना पहचान पत्र के किसी को भी कार्यक्रम में आने की अनुमति से बैन कर दिया है।
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