IAS अधिकारी प्रथमेश कुमार की नोएडा और चंडीगढ़ स्थित प्रॉपर्टीज के अवैध निर्माण की जांच की उठी मांग
**RTI और IGRS शिकायतों से सामने आएगी हकीकत**
**लखनऊ।** लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के उपाध्यक्ष और 2016 बैच के आईएएस अधिकारी प्रथमेश कुमार की निजी संपत्तियों में अवैध निर्माण की आशंका को लेकर जांच की मांग उठने लगी है। इस संबंध में जनसुनवाई पोर्टल (CPGRAMS), उत्तर प्रदेश की IGRS प्रणाली और ईमेल माध्यम से शिकायतें भेजे जाने की जानकारी सामने आई है। साथ ही सूचना का अधिकार (RTI) के तहत कई विभागों में प्रार्थना पत्र दाखिल किए गए हैं।
यह पहल देश की जानी-मानी समाजसेविका और आरटीआई एक्टिविस्ट **उर्वशी शर्मा** द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रथमेश कुमार की नोएडा के सेक्टर 92, प्लॉट नंबर B-148 स्थित 250 वर्ग मीटर की कोठी — जिसमें बेसमेंट सहित तीन मंजिलें हैं — और चंडीगढ़ के सेक्टर 35D, प्लॉट नंबर 3091 पर बनी 344 वर्ग गज की कोठी में केंद्र एवं राज्य सरकारों के भवन निर्माण मानकों के उल्लंघन की संभावना को लेकर वह जांच चाहती हैं।
उर्वशी शर्मा के अनुसार, “एक आईएएस अधिकारी होने के नाते प्रथमेश कुमार पर यह नैतिक, विधिक और प्रशासनिक जिम्मेदारी है कि वे स्वयं के निर्माण कार्यों में सभी मानकों का पूर्ण पालन करें। यदि प्राथमिक जांच या आरटीआई के उत्तरों से यह सिद्ध होता है कि मानकों की अवहेलना हुई है, तो मैं सक्षम फोरम्स के समक्ष प्रशासनिक और विधिक कार्रवाई की मांग करूंगी।”
उन्होंने कहा कि RTI और शिकायतों के माध्यम से प्राप्त होने वाली जानकारी सार्वजनिक हित में उजागर की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उच्च पदस्थ अधिकारी भी नियमों से ऊपर नहीं हैं।
अब यह देखना शेष है कि संबंधित विभागों से प्राप्त उत्तर और जांच रिपोर्ट्स किस सच्चाई को उजागर करती हैं।
