करछना थाना इलाके में हाइवे के किनारे 37 साल के शख्स की सिर कटी लाश मिली थी. पुलिस ने मुखबिरों के जरिए इस अनसुलझी कहानी का पर्दाफाश किया. कत्ल की ऐसी दास्तान सुनकर लोग हैरान हैं.
पुलिस के मुताबिक, आशीष दीक्षित (मृतक) हरिद्वार में गंगा स्नान के दौरान नीतीश सैनी से मिला था. इसी दौरान आशीष ने पूजा-पाठ और देवी शक्तियों के माध्यम से भविष्य अच्छा कर देने का आश्वासन नीतीश को दिया. फिर आशीष और नीतीश हरिद्वार में ही एक किराए का कमरा लेकर एक साथ रहने लगे.
नीतीश और आशीष एक साथ हरिद्वार से 8 दिसंबर को प्रयागराज आ गए और मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने पहुंच गए. दर्शन के बाद आशीष ने नीतीश से कहा, मुझे सिद्धि प्राप्त करनी है, और तुम मुझे मार दोगे तो मुझे सिद्धियां प्राप्त हो जाएंगी और मैं दोबारा जिंदा हो जाऊंगा. जिंगा होने के बाद शक्तिया प्राप्त कर तुम्हारा जीवन बदल दूंगा.
आशीष ने नीतीश से कहा, पूजा-पाठ करने के बाद जब मैं लेट जाऊंगा, तब चापड़ (धारदार हथियार) से मेरी गर्दन काट देना और जो खून निकलेगा उसे अपने माथे पर लगा लेना. मंत्रोचार कर चापड़ और अन्य पूजा की सामग्री को गंगा के किनारे गाड़ देना. इसके बाद तुम प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पहुंचना. मैं एक घंटे में वहां आ जाऊंगा. आशीष ने ठीक वैसा ही किया जैसा कि नीतीश ने कहा था. पुलिस ने हरिद्वार से आरोपी नीतीश सैनी को गिरफ्तार कर लिया है.