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सैफई में पुत्र की कनपटी पर भूमाफियाओं ने लगाई पिस्टल, बेटे को बचाने के लिए बूढ़ी माँ ने फाड़ डाले कपडे, आरोपियों ने वीडियो बनाकर किया बायरल

सैफई में पुत्र की कनपटी पर भूमाफियाओं ने लगाई पिस्टल, बेटे को बचाने के लिए बूढ़ी माँ ने फाड़ डाले कपडे, आरोपियों ने वीडियो बनाकर किया बायरल ♦️

♦️थाना पुलिस ने उल्टा पीड़ितों के विरुद्ध दो मुकदमे किये दर्ज, भूमाफियाओं को बचाने में जुटे प्रभारी निरीक्षक सैफई रमेश सिंह ♦️

♦️भूमाफियाओं ने दलित महिला का अर्धनग्न वीडियो बनाकर किया वायरल, महिला सपरिवार लखनऊ में करेगी आत्मदाह ♦️

इटावा। सैफई थाना पुलिस व लेखपालों की एक बड़ी नाकामी फिर खुलकर सामने आई है पुलिस प्रशासन ने समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध कब्जा की गई जमीन को पहले वापस कराया उस पर नींव खुदवाई और बाद में ईंट की नींव भरवाई। लेकिन कब्जा दिलाने के तीसरे दिन भूमाफिया कई लोगों को लेकर प्लाट पर पहुँच गए और नींव उखाड़कर फेंक दी। विरोध करने पर भूमाफियों ने शिकायतकर्ता के पुत्र की कनपटी पर पिस्टल लगा दी। पुत्र के बचाव के लिए बूढ़ी मां ने अपने कपड़े फाड़ दिए तो आरोपियों ने बूढ़ी महिला का अर्धनग्न वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर बायरल कर दिया। सैफई थाने के प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह ने भूमाफियाओं से सांठगांठ करके उल्टा पीड़ित परिवार के विरुद्ध दो फ़र्जी मुकदमें पंजीकृत कर लिए और व अवनीश जाटव को एनकाउंटर की धमकी दे रहे है।

प्राप्त समाचार के अनुसार महेंद्र सिंह जाटव पुत्र जयश्री राम निवासी नगला सुभान थाना सैफई का आरोप था उनके गांव के प्रधान सुनील प्रताप सिंह व राधाकृष्ण यादव प्रधान व आसपास के गांव के नामजद लोगों ने मेरी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया जिसे राजस्व लेखपाल व पुलिस टीम द्वारा नापतोल करके मेरी जमीन को खाली करा दिया गया और मुझे कब्जा दिला दिया गया। भूमाफिया द्वारा तीसरे दिन नींव उखाड़कर उक्त प्लाट पर फिर से कब्जा कर लिया। नींव उखाड़े जाने की खबर शिकायतकर्ता को हुई तो वह अपने पुत्र व पत्नी के साथ प्लाट पर पहुँचा तो भूमाफियाओं ने शिकायतकर्ता के पुत्र के कनपटी पर पिस्टल लगा दी। बेटे को दुश्मनों के चंगुल में फंसा देख बूढ़ी मां ने बेटे के बचाने के लिए अपने कपड़े फाड़ दिए तब जाकर बेटे की जान बची। आरोपियों ने दलित अर्धनग्न बूढ़ी महिला का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यही नहीं सैफई के प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह ने उल्टा भू माफियाओं के साठगांठ करके पीड़ित पक्ष पर ही दो फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिए। पीड़ित महिला ने परिवार समेत मुख्यमंत्री आवास के समक्ष आत्मदाह की धमकी दी है

आरोप है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में भूमाफिया राधा कृष्ण यादव व सुनील ठाकुर ने ग्राम नगला सुभान के दलितों की जमीन खरीदी कुछ पर जबरन कब्जा किया सड़क के किनारे करोड़ों रुपये की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदी गई बाद में जमीनों को मुंहमांगी कीमत पर बेचा गया। ऐसा ही एक पीड़ित नगला सुभान का दलित महेंद्र सिंह जाटव था। जिसकी जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा था जिसे निष्पक्ष व तेजतर्रार जिलाधिकारी के आदेश पर उप जिलाधिकारी सैफई ने लेखपालों की टीम भेजकर जमीन की नाप तोल कराई और शिकायतकर्ता महेंद्र सिंह जाटव की जमीन पर कब्जा दिलवा दिया। लेकिन भूमाफियाओं की पुलिस से सांठ गांठ में 2 दिन बाद भू माफियाओं ने शिकायतकर्ता की जमीन पर फिर अवैध कब्जा कर लिया। शिकायतकर्ता ने सबसे पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा को पत्र देकर सपा सरकार में जमीन कब्जाने का हवाला देकर प्रार्थना पत्र दिया और बताया कि मेरी जमीन पर समाजवादी पार्टी की सरकार में 6 भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया था जबकि उपरोक्त लोगों का आसपास में कहीं भी किसी जगह कोई जमीन और प्लाट नहीं है। उसके बाद भी उपरोक्त लोगों ने मेरी जमीन पर आकर के दीवार लगाकर के कब्जा कर लिया। जिलाधिकारी इटावा ने शिकायत को गंभीर मानते हुए एसडीएम सैफई को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में महेंद्र सिंह जाटव ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार में मेरी जमीन पर दीवार लगाकर राधा कृष्ण यादव पुत्र राम दुलारे यादव ग्राम नगला भूरे, सुनील प्रताप यादव ठाकुर पुत्र श्याम सिंह निवासी नगला सुभान, राजवीर यादव पुत्र रामस्वरूप निवासी नगला भूरे थाना सैफई, लाखन सिंह यादव पुत्र करण सिंह नगला भूरे थाना सैफई, सुरेंद्र यादव पुत्र बाबूराम निवासी नगला भूरे थाना सैफई आदि लोगों ने मेरी जमीन पर गुंडई व आतंक के बल पर कब्जा कर लिया था ईंटों की दीवार लगा दी थी जो अभी भी लगी हुई है। सपा सरकार में उपरोक्त लोगों ने बच्चों का अपहरण करके जान से मारने की धमकी दी मेरे द्वारा एसएसपी इटावा को दिए गए पत्र की छाया प्रति लेखपाल मुनिदेव ने विरोधियों को दी। और पैसे लेकर के भूमाफियाओं के पक्ष में झूठी रिपोर्ट लगा दी। जब कि लेखपाल शिकायतकर्ता से कहता रहा कि आपके साथ अन्याय हुआ है दीवार गलत लगाई गई है आपको कब्जा दिया जाएगा। लेकिन लेखपाल भूमाफियाओं से मिला रहा और कोई जांच रिपोर्ट अधिकारियों को नही दी। बाद में प्रार्थी ने अन्य लेखपाल के माध्यम से पुनः एसडीएम सैफई से जांच कराई तो मेरी शिकायत सही पाई गई और मुझे मेरी जमीन पर कब्जा दिला दिया गया। 9 फरवरी को पुलिस प्रशासन ने कुछ देर मौजूद रहकर मेरी नींव भरवाई और कब्जा दिला दिया। उसके बाद 11 जनवरी को नामजद भूमाफियाओं ने मेरी नींव उखाड़ कर फेंक दी। जब शिकायतकर्ता को पता चला तो शिकायतकर्ता महेंद्र सिंह जाटव व उनका पुत्र अवनीश जाटव व पत्नी मौके पर पहुंची। जो राधा कृष्ण यादव ने अवनीश जाटव की कनपटी पर पिस्टल लगा दी और गोली मारने की धमकी देने लगा तो सामने अपने बेटे की मौत देखकर पिता अपना आपा खो बैठा और उसने अपनी पत्नी के कपड़े फाड़ दिए और जिसका आरोपियों ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया । महिला का आरोप है कि आरोपियों द्वारा पहले भी मेरी मारपीट की गई और बाद में भी मेरी मारपीट की गई जिसका वीडियो आरोपियों ने नहीं बनाया मेरा अर्धनग्न वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर मेरी लज्जा भंग की गई और मुझे मारा गया मेरे शरीर में कई जगह चोटें आई थी जिसकी डॉक्टरी करवाने के लिए मैंने थानाध्यक्ष से गुहार लगाई तो थानाध्यक्ष ने मुझे हड़का कर भगा दिया इस मामले में जब अवनीश जाटव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा सबसे पहले पूरे मामले की शिकायत एसएसपी इटावा से मिलकर की गई थी जिसकी जांच प्रभारी निरीक्षक सैफई को सौंपी थी लेकिन अधिकारी जांच को कई दिनों तक दबाए रहे और कोई कार्यवाही नहीं की उसके बाद शिकायतकर्ता उप जिलाधिकारी सैफई से मिला तो उन्होंने लेखपाल मुनिदेव को कार्यवाही का आदेश दिया। लेकिन मुनिदेव लेखपाल ने कोई जांच व कार्यवाही नही की। लेखपाल मुनिदेव और भूमाफियाओं में पुराना रिश्ता है और मुनि देव लेखपाल लंबे समय से सैफई तहसील में कार्यरत हैं। जिसकी कई बार शिकायतें भी की जा चुकी लेखपाल ने भूमाफियाओं को क्लीन चिट दे दी जब कि जमीन से कोई लेना-देना नहीं था इसके बाद शिकायतकर्ता महेंद्र सिंह जाटव जिलाधिकारी इटावा से मिला और कार्यवाही के लिए निवेदन किया और किसी अन्य तहसील के तहसीलदार व लेखपाल से जांच कराने की मांग की जिस पर जिलाधिकारी इटावा ने उपजिलाधिकारी को फोन कर निष्पक्ष जांच करने के लिए आदेशित किया जिस पर एसडीएम ने लेखपालों की टीम बनाकर मौके पर भेजी पुलिस बल भी साथ में गया जिसमें महेंद्र सिंह के जमीन होना पाई गई इस पर लेखपाल व राजस्व अधिकारियो ने महेंद्र सिंह को अपनी जमीन पर कब्जा करने का आदेश दिया जिस पर 9 फरवरी को शिकायतकर्ता द्वारा नींव खोदी गई और 10 फरवरी को नींव भर ली गई तब कोई भी शिकायतकर्ता के पास नहीं आया। लेकिन 11 फरवरी को लगभग एक दर्जन नामजदों ने आकर शिकायतकर्ता व उसकी पत्नी व पुत्र के साथ मारपीट की और कनपटी पर पिस्टल लगा दी महिला ने पुत्र की जान बचाने के लिए अपने कपड़े लिए। तो आरोपियों ने महिला का नंगा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। महिला का आरोप है मेरा वीडियो वायरल होने के बाद मुझे समाज में बहुत ही गंदी दृष्टि से देखा जा रहा है और ऐसी स्थिति मैं जिंदा नहीं रहना चाहती हूं और अब मेरे पास आख़िरी उपाय यही है कि मैं लखनऊ मुख्यमंत्री आवास के पास जाकर परिवार के साथ आत्महत्या कर लूं। क्योंकि भू माफियाओं ने सपा सरकार में मेरी जमीन पर कब्जा किया था जिलाधिकारी इटावा द्वारा कब्जा दिलाया गया उस भूमि पर सपा के गुर्गों ने फिर कब्जा कर लिया और थानाध्यक्ष सैफई रमेश सिंह से मिलकर मेरे पति व मेरे पुत्र के विरुद्ध दो फर्जी मुकदमे लिख दिए पुत्र के एनकाउंटर की थानाध्यक्ष धमकी दे रहा है। हम पीड़ित थे लेकिन मेरा मुकदमा नहीं लिखा गया। मेरे द्वारा दर्जनों बार शिकायतें की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। सैफई थानाध्यक्ष भू माफियाओं के साथ मिला हुआ है और मेरे बेटे की हत्या भी करा सकता है मेरे पति व बेटे को जान का खतरा है। इससे अच्छा होगा सपरिवार लखनऊ जाकर मौत को गले लगा लें।

♦️पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव लगा चुके है थानाध्यक्ष रमेश सिंह पर रिश्वत लेने का आरोप ♦️

सैफई के प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह पर पूर्व में भी कई आरोप लग चुके है। सबसे बड़ा आरोप समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने लगाया था। आरोप लगाने के बाद एसएसपी ने एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। पूर्व सांसद का आरोप था कि आर्मी से रिटायर जवान का ट्रक छोड़ने के नाम पर थानाध्यक्ष सैफई ने चालीस हजार रुपये लिए है। जिसकी खबर प्रदेश की मीडिया में खूब बायरल हुई थी। जिसमें एडीजी कानपुर के द्वारा कार्यवाही का आदेश दिया गया था। लेकिन उक्त कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया 1 माह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई । बल्कि जांच के नाम पर एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया। जबकि आरोप के अनुसार असली आरोपी थानाध्यक्ष रमेश सिंह था। लेकिन सिपाही को बलि का बकरा बना दिया गया। धर्मेंद्र यादव का आरोप था कि सैफई पुलिस दिन में डकैती डालती है और किसी को भी रातों-रात गुंडा बना देती है उसके खिलाफ भले ही मुकदमा दर्ज ना हो।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने करीबी है भूमाफिया ♦️

दलितों की जमीन पर अवैध कब्जा करने बाले भूमाफिया समाजवादी पार्टी की सरकार में गुंडई व आतंक के बल पर कौड़ियों के दाम में जमीन खरीदने वाले ग्राम नगला भूरे के राधाकृष्ण यादव को अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है। समाजवादी पार्टी की सरकार में तमाम खनन व कई विभागों में करोड़ो के ठेके व जमीन पर कब्जा कर जमीन को करोड़ों में बेचकर राधाकृष्ण यादव ने अकूत संपत्ति इकठ्ठी की है। समाजवादी पार्टी की सरकार में राधाकृष्ण यादव की तूती बोलती थी बड़े से बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर पोस्टिंग राधाकृष्ण के फोन पर ही हो जाती थी। यही नहीं राधाकृष्ण यादव ने उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में सरकारी ठेका लेकर करोड़ों का काम किया है आज राधा कृष्ण यादव के पास अकूत संपत्ति है। पीड़ित भूमाफ़िया की शिकायत लेकर दो बार अखिलेश यादव से भी मिला लेकिन कोई मदद्द नहीं मिली।

♦️दोनों भूमाफिया वर्तमान में ग्राम प्रधान♦️

भूमाफिया राधा कृष्ण यादव व सुनील प्रताप सिंह वर्तमान में दोनों प्रधान हैं राधा कृष्ण यादव ग्राम पंचायत गीजा से प्रधान है। वही सुनील प्रताप सिंह ग्राम पंचायत नगला सुभान से प्रधान है इससे पूर्व सुनील प्रताप सिंह की पत्नी भी प्रधान रह चुकी हैं। ग्राम पंचायत का चुनाव जीतने के लिए राधा कृष्ण यादव ने लगभग सत्तर लाख रुपये ग्राम पंचायत में पानी की तरह बहाया। और रुपए धनबल के बल पर चुनाव जीतने में सफल हुए। वही भूमाफिया वर्तमान प्रधान सुनील ठाकुर ने ग्राम पंचायत नगला सुभान का चुनाव जीतने के लिए लगभग 40 लाख रुपया खर्च किया और चुनाव जीते। वर्तमान में राधा-कृष्ण यादव प्रधान संगठन के उत्तर प्रदेश के राज्य स्तरीय पदाधिकारी हैं।

♦️गांव में रहोगे तो मूंछ नही रखोगे, यहां रावण राज नही चलेगा ♦️

पीड़ित अवनीश जाटव का कहना है कि उसका बचपन से शौक था कि बड़े होकर मूंछे रखेगा लेकिन यही मूंछे उनकी जान की आफत बनी हुई है भूमाफिया सुनील प्रताप व राधाकृष्ण यादव लगातार धमकी देते रहते है कि यहां गांव में रहोगे तो मूंछ नही रखने देंगे यहां रावण राज नही चलेगा। छोटी जाति के होकर अगर मूंछ रखोगे तो जान ले ली जायेगी।

♦️ क्या कहते है जिम्मेदार अधिकारी ♦️

इस घटना के सम्बंध में जब एसएसपी इटावा को फोन किया गया तो उनके पीआरओ ने फोन उठाया और बोला कि साहब अभी विजी है बाद में बात करा देंगे उसके बाद कई बार कॉल की गई लेकिन फोन नही उठाया गया।

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