अखिल भारतीय पत्रकार सम्मेलन में वक्ताओं ने पत्रकारिता की दिशा और दशा पर किए विचार प्रकट डीएम, एसएसपी, एएसपी, अपर जज और विधायक मारहरा सहित वरिष्ठ पत्रकारों ने पत्रकारिता पर रखे अपने विचार
डीएम, एसएसपी, एएसपी, अपर जज और विधायक मारहरा सहित वरिष्ठ पत्रकारों ने पत्रकारिता पर रखे अपने विचार
एटा। राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय पत्रकार सम्मेलन का सफल आयोजन जिला पंचायत स्थित सभागार में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक एवं संचालक वरिष्ठ पत्रकार राकेश भदौरिया ने कार्यक्रम का विषय रखा वर्तमान समय में पत्रकारिता की दिशा और दशा, जिसपर वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे।
सर्वप्रथम अपर जज कमालुद्दीन ने निर्भया केस का उदाहरण देते हुए कहा कि पत्रकारिता की ही ताकत थी जिसके चलते निर्भया केस के आरोपियों को सजा हुई और सरकार ने ऐसे जघन्य मामलों पर पाॅक्सो एक्ट का प्रावधान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह ने कहा कि पत्रकारिता में काफी बदलाव आ चुका है सोशल मीडिया का दौर है जहां हर व्यक्ति कहीं न कहीं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से पत्रकारिता से जुड़ा है, हर कोई अब अपने वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड सकता है यह सोशल मीडिया एवं डिजिटल मीडिया की ताकत को दर्शाता है इसके साथ ही जिलाधिकारी ने wikipedia में एडिटर के तौर पर किए अपने अनुभव को भी पत्रकारों के साथ साझा किया।
इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य है कि किसी भी खबर को चलाने एवं छापने से पहले उसकी सच्चाई को जान लें जिससे लोगों की पत्रकारिता के प्रति विश्वसनियता बनी रहे तथा कभी-भी घमंड एवं अहंकार से ग्रस्त होकर किसी के प्रति गलत खबर प्रकाशित न करें यही सच्ची पत्रकारिता है जो सच है उसे ही छापें इसके अलावा एसएसपी ने कहा कि वर्तमान समय में कुछ लोग स्वयं को पत्रकार बताकर पत्रकारिता को बदनाम करते हैं ऐसे लोगों पर नजर रखें और हमें बताएं जिससे ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जा सके।
एएसपी धनंजय कुशवाहा ने कहा कि पत्रकारिता ने प्रिंट मीडिया से होते हुए टेलीविजन और अब सोशल मीडिया के माध्यम से लंबा सफर तय किया है और सोशल मीडिया आने के बाद पत्रकारिता की दिशा और दशा में भी काफी बदलाव आया है और अब खबरें एवं सूचनाएं तेजी से लोगों के बीच पहुंचती हैं।
इसके अलावा मारहरा विधायक वीरेंद्र लोधी एवं एमएलसी मानवेंद्र सिंह ने भी अपने-अपने वक्तव्य में पत्रकारिता पर विचार प्रकट किए।
इसके बाद कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार राकेश भदौरिया द्वारा सभी अतिथियों का शाल उड़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।