coronaराष्ट्रीयस्वास्थ्य

ITA Variant: डेल्टा के बाद अब भारत में इटा वैरिएंट की दस्तक, दुबई से कर्नाटक लौटा शख्स कोरोना संक्रमित

ITA Variant: डेल्टा के बाद अब भारत में इटा वैरिएंट की दस्तक

ITA Variant: भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर अभी तक ठीक से समाप्त तक नहीं हुई हैं। तो वहीं देश में कोरोना संक्रमण का एक और वैरिएंट (Variant) की पहचान की गई है। दक्षिणी कर्नाटक के मंगलुरू में कोरोना संक्रमण के इटा वैरिएंट (ITA Variant) की पुष्टि हुई है। मंगलूरू के जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चार महीने पहले दुबई से लौटे एक शक्स को गुरूवार को कोरोना के इटा स्ट्रेन की पुष्टि की गई है। वहीं पूरे विश्व में इस इटा वैरिएंट के सिर्फ 56 मरीज हैं।

मिली जानकारी के मुताबित कोविड-19 (Covid-19) जीनोम सीक्वेसिंग कमेटी चेयरमैन डॉ रवि का कहना है कि इटा वैरिएंट का ये कोई पहला मामला नहीं है। देश में अप्रैल महीने 2020 में भी इस वैरिएंट के सैंपल पाए गए थे।

कोरोना वायरस की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

कोरोना वायरस की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

वैज्ञानिकों का कहना इटा वैरिएंट अधिक खतरनाक और घातक 

इस वैरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि इटा वैरिएंट अल्फा, बीटा,गामा में मिलने वाले म्यूटेशन एन502वाई को लेकर नहीं चलता है। मिली जानकारी के मुताबित जेटा और बीटा वैरिएंट में मिलने वाले ई483के म्यूटेशन का पता इस वैरिएंट में चला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिसके बाद सावधान रहना है, क्योंकि कोरोना वायरस का ये इटा वैरिएंट खतरनाक और घातक हो सकता है।  

कोरोना वायरस की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

कोरोना वायरस की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

डब्लूएचओ का अनुमान अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक 

जानकारी के मुताबित डब्लूएचओ का अनुमान है कि इटा वैरिएंट कोरोना के मौजूदा सभी वैरिएंट से अलग है। ई484के म्यूटेशन के साथ में इस वैरिएंट में म्यूटेशन एफ888एल देखा गया है। वायरस अपने समय एस2 डोमेन यानी स्पाइक प्रोटीन में बदलाव कर लें। अगर ऐसा होता है तो कोरोना वायरस के अन्य संक्रमण की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है।

ब्रिटेन में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट जूझ रहा

ब्रिटेन कोरोना संक्रमण के डेल्टा वैरिएंट से लड़ रहा है। तो वहीं ब्रिटेन ने कोरोना वायरस के इटा वैरिएंट पर भी अपनी पैनी नजर रखी है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस के इटा वैरिएंट आने वाले समय में संभवत चिंता का कारण बन सकता है। ब्रिटिश की वैज्ञानिकों की एक पूरी टीम कोरोना वायरस के इस वैरिएंट को समझने में जूटी हुई है।     

कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button