वफ़ादारी
ध्रुव-1
इस संसार में जो आया है उसका जाना निश्चित है । इस संसार में कुछ भी शाश्वत नहीं है ।वह अगले पल क्या होगा कोई नहीं जानता हैं । हमारा जीवन क्षणभंगुर , परिवर्तनशील आदि है वह उतार-चढ़ाव जीवन के सफर में सच है। हम आज के समय में प्रायः प्रायः जहाँ खोजे परस्पर प्रेम आदि – आदि भाई-भाई में भी नहीं मिलता हैं । वह पल में यहाँ पर रिश्ते नाते बदल जाते हैं ।
वह पल में रास्ते बदल जाते हैं । हम कई किश्तों में जीते हुए
कभी सुख में ,कभी दर्द भरे रिश्तों आदि में बंध जाते हैं आदि – आदि | यहाँ कुछ भी शाश्वत नहीं है वह कहीं भी निस्वार्थ वफादारी का मिलना मुश्किल है । हमारे जीवन में वफ़ादारी एक ऐसा गुण है जो किसी व्यक्ति या सिद्धांत के प्रति हमारी कर्तव्यनिष्ठा की प्रतिबद्धता दिखलाता है। यह हमारा एक ऐसा दुर्लभ गुण है जो हमारी गहन ईमानदारी व समर्पण की भावना दर्शाता है। वह वफ़ादारी केवल भावना नहीं है । यह एक सजीव तप है। वह आज के समय में रिश्ते भी स्वार्थ व अधिकार की भावना से इस कदर अच्छादित हो रहे हैं जब वफ़ादार अब मिलते कहाँ हैं। हर प्राणी में कुछ न कुछ योग्यता होती हैं पर हर किसी को सही दिशा और सही रास्ता नहीं मिलता हैं ।वह सम्यक् संस्कार , सकारात्मक सोच व योग्यता आदि का आकलन साथ में समय – समय पर यदि किया वह उसकी योग्यता का आत्म सम्मान जाए तो उसकी कार्यक्षमता वह वफ़ादारी में इतना निखार आ जाएगा कि सारा संसार चकित रह
क्रमशः आगे
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़ )
वफ़ादारी
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