NEET परीक्षा एक बार फिर से विवादों में आ गई है, जहां चेकिंग के नाम पर खुले में अभ्यर्थियों के कपड़े बदलवाए गए। अब परीक्षा संपन्न होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती बताई।
दरअसल 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित NEET परीक्षा में हिस्सा लिया था। उनके लिए देशभर में 4000 से ज्यादा केंद्र बनाए गए, लेकिन NEET की कड़ी ड्रेस गाइडलाइन की वजह से अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ा।
इस बार महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से दो घटनाएं सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र में उनकी ब्रा उतरवाई गई, जबकि कुछ के कपड़ों के अंदर हाथ डालकर ब्रा की स्ट्रिप चेक की गई। इसको लेकर अभिभावकों ने एनटीए से शिकायत भी की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक डॉक्टर दंपत्ति की बेटी के साथ भी गलत व्यवहार हुआ। सांगली के कस्तूरबा वालचंद कॉलेज में बने केंद्र में उनकी बेटी के कुर्ते उतरवाकर उन्हें अंदर बाहर पहनने के लिए कहा गया।
खुले में बदले कपड़े
वहीं कुछ छात्राएं परीक्षा केंद्र जींस पहनकर चली गई थीं, लेकिन उसकी इजाजत नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपनी मां की लेगिंग से उसे बदल लिया। इसके लिए उनको खुले में ही कपड़े चेंज करने पड़े। कुछ जगहों पर तो परिजनों ने घेरा बनाया, तब जाकर उनकी बेटियों ने कपड़े बदले।
वहीं बंगाल के हिंदमोटर में स्थित एचएमसी एजुकेशन सेंटर पर केंद्र में छात्रों को पैंट बदलने या अंदर पहने गए कपड़े को खोलकर दिखाने को कहा गया। इसकी शिकायत उन्होंने एनटीए से की है।
मामले में एचएमसी एजुकेशन सेंटर की प्रिंसिपल सोनीता रॉय ने कहा कि जो छात्र जेब वाली पैंट पहनकर आए थे, उन्हें कपड़े बदलने को कहा गया। कुछ ने फुल बांह की शर्ट पहनी, जबकि वो भी मना थी। उन्होंने छात्रों से कहा था कि अगर उनका घर पास हो तो वो कपड़े बदलकर आ जाएं, लेकिन किसी से खुले में कपड़े चेंज करने को नहीं कहा गया।
CCTV फुटेज मांगा
एनटीए के अधिकारी ने इन घटनाओं से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड का पालन करने वालों को कपड़े बदलने के निर्देश दिए गए थे। अगर कहीं ऐसा कुछ हुआ है, तो उसकी जांच करेंगे। शिकायत के आधार पर परीक्षा केंद्र से सीसीटीवी मांगा गया है।