बाइक जलाई, पुलिस पर हमला — कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल
एटा, उत्तर प्रदेश:
थाना बागवाला क्षेत्र के उद्देत्त गांव में शनिवार को दबंगई की एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने न सिर्फ ग्रामीणों को दहला दिया बल्कि पूरे पुलिस प्रशासन को भी सवालों के कटघरे में ला खड़ा किया।
घटना की शुरुआत एक आम नागरिक पर हुए हमले से हुई, जहां गांव के ही दबंग दलवीर ने व्यक्ति का सिर फोड़ डाला और उसकी बाइक को आग के हवाले कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक धू-धू कर जल रही थी और चारों ओर धुआं फैल चुका था, लेकिन आरोपी का तांडव यहीं नहीं थमा।
सूचना मिलते ही बागवाला थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, परंतु कानून के रक्षकों को भी हमले का सामना करना पड़ा। दलवीर और उसके साथियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि बाकी पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया:
“हमने पुलिस को मदद के लिए बुलाया था, लेकिन दलवीर ने तो उन्हें भी नहीं छोड़ा। सबके सामने ईंट-पत्थर बरसाए, बाइक जलाई और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।”
यह घटना प्रशासन की कार्यशैली और कानून व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। एक ओर जहां आम नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, वहीं अब पुलिसकर्मियों पर हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
प्रमुख सवाल:
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एटा में दबंगों का मनोबल इतना क्यों बढ़ गया है?
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क्या पुलिस अब खुद की भी सुरक्षा नहीं कर पा रही?
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दलवीर जैसे अपराधियों पर प्रशासन कब और कैसे लगाम लगाएगा?
घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है और ग्रामीणों में भय व्याप्त है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना के दोषियों के खिलाफ क्या सख्त कार्रवाई करता है या एक बार फिर कानून व्यवस्था की कमजोरियां उजागर होकर रह जाएंगी।
