जालंधर। पंजाब में हो रहे विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) के लिए प्रचार करने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पंजाब आए। जालंधर में उन्होंने चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देवी तालाब मंदिर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए, जिसके चलते वह देवी तालाब मंदिर नहीं जा पाए।
दरअसल, पंजाब पुलिस की ओर से दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री की पंजाब यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के दावों की पोल तक खुल गई, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने शहर के देवी तालाब मंदिर जाने की इच्छा प्रकट की। पुलिस सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हुई, जिससे पीएम देवी के दर्शन किए बिना वापस दिल्ली रवाना हो गए।
पंजाब पुलिस की हो रही किरकिरी
इससे पहले पांच फरवरी को जब पीएम नरेंद्र मोदी पंजाब के फिरोजपुर में रैली करने आए थे तब उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई थी। पीएम का रास्ता किसानों ने रोक लिया था। इस वजह से पीएम का अपनी रैली रद्द करनी पड़ी थी। इस मामले में पंजाब पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी।
सोमवार को एक बार फिर से पीएम पंजाब में चुनाव रैली को संबोधित करने आए थे। पंजाब पुलिस की ओर से दावा किया गया था कि इस बार सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके बाद भी जब पीएम ने देवी तालाब जाने की इच्छा प्रकट की तो पुलिस ने सुरक्षा का हवाल देते हुए हाथ खड़े कर दिए। इस मसले पर एक बार फिर से पंजाब पुलिस की किरकिरी हो रही है।
मोदी ने सभा में उठाया मुद्दा
चुनावी सभा के दौरान प्रधानमंत्री ने पंजाब में सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उन्होंने देवी तालाब मंदिर में माथा टेकने की इच्छा जताकर पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी इच्छा थी कि वह सिद्ध शक्तिपीठ श्री देवी तालाब मंदिर में माथा टेकें, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि लेकिन वह वादा करते हैं कि श्री देवी तालाब मंदिर में माथा टेकने जरूर आएंगे।
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