
एक समय था जब मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) को टीम इंडिया का प्रबल दावेदार माना जाता था. उनमें प्रतिभा भी थी. लेकिन वह इंटरनेशनल स्तर पर ज्यादा कामयाब नहीं हो पाए. मनोज का टीम इंडिया से नाता तो काफी पहले ही छूट गया, लेकिन वह क्रिकेट खेल रहे हैं. इस बीच उन्होंने राजनीति भी चुनी. इस समय वह बंगाल सरकार में खेल मंत्री हैं. इस खेल मंत्री ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में अपने बल्ले का जलवा दिखाया है और अपनी टीम बंगाल को मजबूत किया है. बंगाल इस समय रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में झारखंड (Bengal vs Jharkhand) के साथ खेल रही है. मंगलवार को मैच का दूरा दिन था. बंगाल ने बड़ा स्कोर खड़ा किया जिसमें मनोज का भी अहम रोल रहा. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मनोज अर्धशतक बनाकर नाबाद लौटे हैं.
अनुस्तूप मजूमदार और सुदीप कुमार घारामी के बीच दूसरे विकेट के लिये 234 रन की साझेदारी के बाद मनोज तिवारी और अभिषेक पोरेल के अर्धशतकों की मदद से बंगाल ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के दूसरे दिन झारखंड के खिलाफ पांच विकेट पर 577 रन बना लिए.
बंगाल के बल्लेबाजों ने दिखाया कमाल
अपने कल के स्कोर एक विकेट पर 301 रन से आगे खेलते हुए बंगाल के बल्लेबाजों ने झारखंड के गेंदबाजों पर दबाव जारी रखा. मजूमदार ने पहले ही सत्र में अपना शतक पूरा किया. दूसरे दिन बंगाल को पहला झटका शाहबाज नदीम ने मजूमदार को पवेलियन भेजकर दिया. मजूमदार ने 194 गेंदों का सामना करके 15 चौकों की मदद से 117 रन बनाए. पहले दिन चोट के कारण मैदान छोड़ने वाले अभिषेक रमन क्रीज पर उतरे लेकिन 61 रन बनाकर लौट गए. इसके बाद दोहरे शतक की ओर बढ़ते दिख रहे घारामी भी 14 रन से पीछे रह गए . उन्हें राहुल शुक्ला ने विकेट के पीछे कुमार कुशाग्र के हाथों लपकवाया. घारामी ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 380 गेंदों का सामना करके 21 चौकों और एक छक्के की मदद से 186 रन बनाए.
मनोज ने दिखाया जलवा
अभिषेक पोरेल को सुशांत मिश्रा ने अपना दूसरा शिकार बनाया जो विकेट के पीछे ही कैच देकर रवाना हुए. पोरेल ने 111 गेंदों का सामना करके 68 रन बनाए. जिसमें 11 चौके शामिल थे. साथी के जाने के बाद हालांकि मनोज ने अपनी पारी जारी रखी और झारखंड के गेंदबाजों की जमकर खबर लीय दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर मनोज तिवारी 146 गेंद में 54 और शाहबाज अहमद सात रन बनाकर खेल रहे हैं. अपनी पारी में मनोज ने अभी तक तीन चौके और एक छक्का मारा है.
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