रिलेशनशिप डेस्क : टीवी सीरियल्स और फिल्मों में सास-बहू (mother-in-law and daughter-in-law) के कैरेक्टर को हमेशा दुश्मन के रूप में दिखाया जाता है। दोनों के बीच बहुत कम ही बनती है। ऐसा कई बार पर्सनल जिंदगी में भी होता है और सास-बहू के बीच किसी बात को लेकर अनबन हो जाती है। कभी बहू को सास से कोई शिकायत होती है, तो कभी सास को बहू की कुछ बातें अच्छी नहीं लगती है। लेकिन कई बार गलतफहमी होने से भी दोनों के रिश्ते में खटास आ जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि सास-बहू के रिश्ते में गलतफहमी के कारण क्या होते हैं और कैसे से दूर किया जा सकता है…
अपने तौर-तरीकों को बहू पर थोपना
जब भी कोई लड़की अपने मायके को छोड़कर ससुराल में आती है, तो दोनों परिवार के कुछ तौर तरीके अलग होते हैं। ऐसे में कई बार होता है कि सास अपने तौर-तरीकों को बहू के ऊपर थोपना चाहती है और उसे लगता है कि बहू सारी जिम्मेदारियों को जल्द से जल्द अपना लें और बहू को ऐसा लगने लगता है कि उसके ऊपर जिम्मेदारियों को थोपा जा रहा है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए सास-बहू को एक दूसरे को समझने की जरूरत होती है और धीरे-धीरे अपने घर के तौर तरीके को समझने के लिए समय देना होता है।
मायके जाने की जिद करना
कई बार सास को बहू के बार-बार मायके जाने की आदत पसंद नहीं आती है। वहीं, बहू को भी शिकायत रहती है कि मेरे घर जाने से मेरी सास गुस्सा हो जाती है और इसी गलतफहमी के कारण दोनों के बीच नोकझोंक होने लगती है। ऐसे में सास को यह समझने की जरूरत होती है कि नए घर में एडजस्ट होने के लिए बहू को समय लगेगा और बहू को भी यह समझना होगा कि उसे अब इसे ही अपना घर समझना चाहिए और बार-बार मायके जाने की जिद नहीं करनी चाहिए।
पति से काम करवाना
अक्सर सास को यह शिकायत होती है कि बहू के आते ही बेटा उनसे दूर हो गया है और बहू की गुलामी करने लगा है। ऐसे में सास और बहू दोनों को यह समझने की जरूरत होती है कि वह शख्स बेटा और पति दोनों है। ऐसे में उसके कर्तव्य दोनों की तरफ बराबर होंगे, इसलिए आप कभी भी मेरा पति या मेरा बेटा कहकर उसे अलग करने की कोशिश ना करें।
ससुराल के झगड़ों में मायके वालों को लाना
शादी के बाद एडजेस्ट होने में बहू को बेशक थोड़ा समय लगता है और कई बार छोटी-छोटी बातों में ससुराल में झगड़े भी होने लगते हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में बहू को अपने मायके वालों को बीच में नहीं लाना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि कई बार माता-पिता को झगड़े में बीच में लाने से रिश्तो में और दरार बढ़ जाती है।
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