सड़क पर बिखरी बुजुर्ग की दाल, SHO ने दाना बीन बीन कर किया इक्कठा
हिरासत में मौत, फर्जी एनकाउंटर के आरोप, मुंह से ‘ठाय-ठाय’ कर गोली चलाने और वर्दी में ठुमके लगाने के चलते बार-बार कड़ी आलोचना और कार्रवाई का सामना करने वाली यूपी पुलिस की हर कोई तारीफ कर रहा है.
वजह बने हैं यूपी के मेरठ के कुछ पुलिसकर्मी. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें मेरठ पुलिस के एक SHO अपने सहयोगियों के साथ एक बुजुर्ग की बिखरी दाल इकट्ठा करने में मदद करते दिख रहे हैं.
एक-एक दाना सिमटाया
वाकया किस वक्त का है, नहीं पता. इसका वीडियो शुक्रवार, 31 मार्च को वायरल हुआ. वीडियो में मेरठ पुलिस के तीन-चार पुलिसकर्मी चलते ट्रैफिक के बीच सड़क पर बिखरी दाल इकट्ठा कर रहे हैं. एक पुलिसकर्मी तो खुद अपने हाथ से दाले समेट कर उसे कट्टे में वापस डालता दिखा. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक बुजुर्ग की मदद करने वाले इस पुलिसकर्मी का नाम है रामफल सिंह. मेरठ के परतारपुर पुलिस थाने में SHO के पद पर कार्यरत हैं.
हुआ क्या था?
बुजुर्ग व्यक्ति बाइक पर दाल का कट्टा लिए जा रहे थे. रास्ते में उन्हें अचानक चक्कर आ गया और उनका बैलेंस बिगड़ गया. उन्होंने किसी तरह खुद को संभाल लिया, लेकिन बाइक पर लदा दाल का कट्टा नीचे गिर गया. सारी दाल सड़क पर बिखर गई. वहीं पास में फ्लाईओवर के पास SHO रामफल सिंह और उनके साथी ड्यूटी पर तैनात थे. वे तुरंत बुजुर्ग की मदद के लिए आगे आए. उन्होंने ट्रैफिक कंट्रोल किया, गिरी बाइक सड़क किनारे लगाई और फिर बुजुर्ग के साथ दाल समेटने में लग गए. इसका किसी ने वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है.
ऐसे ही लोगों से दुनिया चल रही है”
लोगों ने SHO रामफल सिंह और उनके साथियों की जमकर तारीफ की है. रेलवे मंत्रालय में नियुक्त शिशिर कुमार सिंह नाम के यूजर ने लिखा,
“ये वीडियो शायद मेरठ का है जहां किसी की दाल की बोरी फटकर सड़क पर बिखर गई. पुलिस ने वो दाल वापस इकट्ठा करने में मदद की. पुलिस का ये संवेदनशील रूप वाकई पसंद आया. यूपी डीजीपी से निवेदन है ऐसी शानदार टीम को प्रोत्साहित करें.
ट्विटर पर खुद को यूपी पुलिस में सब-SHO बताने वाले अंकित मिश्रा ने लिखा है,
“ये मेरठ के परतापुर की पुलिस है. अब्दुल चाचा (नाम कन्फर्म नहीं है) का दाल का गट्ठर फट गया. पुलिस का दारोगा और अन्य स्टाफ ट्रैफिक रोककर दाल वापस बोरी में भरवा रहे हैं. जब आप पुलिस के अत्याचारों की वीडियो वायरल करते हैं तो पुलिस की संवेदनशीलता की ऐसी वीडियो भी वायरल होनी चाहिए.
एक और यूजर अमोद श्रीवास्तव ने लिखा,
“मेरा सलाम इन पुलिसकर्मियों को. ये मानवता का असली चेहरा है. अच्छे चरित्र और संस्कार की पहचान है इन पुलिसकर्मियों का कार्य.
वीडियो पोस्ट करते हुए कई ट्विटर यूजर्स ने बुजुर्ग का नाम अब्दुल बता दिया है. ये जानकारी स्पष्ट नहीं है. इसलिए हम इसकी पुष्टि नहीं करते.
क्या बोले रामफल सिंह?
इस बारे में थाना परतापुर एसएचओ रामफल सिंह ने दी लल्लनटॉप से जुड़े विकास को बताया कि वो एक वीआईपी ड्यूटी में जा रहे थे. रामफल ने कहा,
“जैसे ही हमने पुल पार किया एक आदमी अकेले ही सड़क से बिखरी हुई दाल को समेट रहा था. वहां पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक का आवागमन है. इसके बाद हमने अपनी गाड़ी की रोकी और उसकी मदद की. इसके कुछ वीडियो राहगीरों ने बना लिए और वायरल कर दिया.”
रामफल सिंह ने बताया कि उनके साथ एक अंडर ट्रेनिंग एसआई शेखर और रोबिन शर्मा नाम के हेड कांस्टेबल भी थे.
रामफल का कहना है कि पहले पुलिस दूसरे टाइप की होती थी, लेकिन अब बदलाव धीरे-धीरे आ रहे हैं. पुलिसवाले मानवीय व्यवहार की तरफ जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने शख्स का नाम भी नहीं पूछा और एक आम आदमी की तरह उसकी मदद की।