पटना, 23 अगस्त। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना के व्यस्ततम इलाके डाकबंगला चौराहे पर अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक टीईटी अभ्यर्थी पर एक अधिकारी द्वारा लाठी बरसाए जाने पर सोमवार को खेद जताया। तेजस्वी ने यहां संवादादाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने पटना के जिलाधिकारी से मामले के बारे में पूछताछ की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यादव ने कहा, ‘‘मैं युवाओं से हाथ जोड़कर थोड़ा धैर्य रखने का आग्रह करता हूं।
हम अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लेकिन इसके लिए कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना होगा और यह रातों-रात नहीं हो सकता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने आवास पर नौकरी के इच्छुक लोग मिल रहे हैं जिनमें से कई गुलदस्ता और कलम जैसे उपहार लाते हैं। मेरी फेसबुक टाइमलाइन इसकी गवाही देती है। मैं उनकी चिंताओं से पूरी तरह वाकिफ हूं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न केवल 10 लाख बल्कि 20 लाख नौकरी और रोज़गार के अवसर प्रदान करने के अपने इरादे को भी सार्वजनिक कर दिया है।’’
उन्होंने बेरोजगारी की भीषण समस्या के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी, जिन्होंने 2020 तक लगभग डेढ़ दशक तक प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, ने मुख्यमंत्री पर शिक्षा की कथित दुखद स्थिति के लिए सीधे जिम्मेदार होने का आरोप लगाया। उन्होंने एक बयान के जरिए आरोप लगाया कि नीतीश कुमार पिछले 15 साल से मुख्यमंत्री हैं और शिक्षा विभाग उनकी पार्टी (जदयू) के ही पास रहा है इसलिए उन्हें अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए।
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