UP ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-22डी के बल्लूखेड़ा गांव में हुए डबल मर्डर केस का नोएडा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। सोशल मीडिया आर्टिस्ट के बेटे ने ही अपने पिता और चचेरे दादा की फावड़े से काटकर हत्या की थी।
आरोपी ने विवाद के बाद पिता द्वारा अपमानित करने के चलते गुस्से में आकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि मृतक विक्रमाजीत के बड़े बेटे जैस्मिन ने घटना को अंजाम दिया था। गिरफ्तारी के बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
एडीसीपी के मुताबिक, मृतक विक्रमाजीत अपने परिवार का ध्यान नहीं रखता था और बच्चों व पत्नी की अक्सर बेज्जती करता था। वह अपनी संपत्ति महिला मित्रों और शराब पर खर्च करता था। इससे उसका बेटा, पत्नी और बेटी नाराज रहते थे। रक्षाबंधन के दिन भी इस बात को लेकर उसका अपने बेटे और पत्नी से झगड़ा हुआ था। विवाद में विक्रमाजीत बेटे, पत्नी और बेटी का अपमानित किया था। इससे जैस्मिन नाराज था। वह पिता की हत्या कर संपत्ति बचाना चाहता था।
पुलिस के मुताबिक, 7 सितंबर की रात को आरोपी जैस्मिन सोया नहीं। वह लगभग 1:30 बजे अपने पिता की हत्या की साजिश रचकर घर के पीछे के रास्ते से दीवार फांदकर घेर में पहुंचा। उसका पिता और चचेरे दादा रामकुमार वहां सो रहे थे। उनके पास में ही फावड़ा रखा था। जैस्मिन ने फावड़ा उठाया और विक्रमाजीत की गर्दन और सिर पर वार कर दिए। इतने में ही आहट पाकर रामकुमार जगे तो जैस्मिन ने उन पर भी फावड़े से हमला कर दिया। इसके बाद वह वहां से वापस घर आ गया। डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के बाद जैस्मिन सबूत मिटाने के लिए खून से सने अपने कपड़े धोकर घर पहुंचा था।
पुलिस को ऐसे हुआ शक
वारदात के बाद घटनास्थल पर गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इसके बाद मृतक विक्रमाजीत का बेटा वहां काफी देर से पहुंचा और अपनी मां को अस्पताल लेकर पहुंचने में भी उसने काफी देरी की। जैस्मिन की हरकतों और हाव-भाव को लेकर पुलिस पहले से भी उस पर शक कर रही थी। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो जैस्मिन ने पुलिस के सामने जुर्म कबूल कर लिया।
हत्याकांड के बाद कपड़े धोकर घर पहुंचा था आरोपी
पिता और चचेरे दादा की हत्या करने के आरोपी जैस्मिन कपड़े धोकर घर पहुंचा था। घर में पहुंचने के बाद वह सोया तक नहीं और मोबाइल पर काम करता रहा। उसने ही अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी थी। आरोपी ने यह खुलासा पुलिस पूछताछ में किया।
बाप को मारने का पछतावा नहीं : सोशल मीडिया कलाकार विक्रमाजीत के बेटे को अपने बाप की हत्या का कोई पछतावा नहीं है। पुलिस हिरासत में आरोपी ने बताया कि उसके पिता ने मुआवजे और जमीन बेचकर धन महिलाओं पर उड़ा दिया। घर के खर्च और उनके लिए वह रुपये नहीं देता था। यहां तक की विक्रमाजीत अपनी बेटी की शादी करने के लिए भी तैयार नहीं था। आरोपी ने पुलिस को पूरी कहानी विस्तार से बताई कि वह किस तरह गली के सीसीटीवी कैमरे से बचकर दीवार फांदकर घेर में पहुंचा और वहां से कपड़े धोकर घर पहुंचा।
आर्थिक संकट में था परिवार : मृतक विक्रमाजीत का अपनी पत्नी शशि से तलाक हो गया था। कोर्ट ने उसे 15 हजार प्रति माह भरण पोषण का आदेश दिया था। इसके बावजूद उसने अपने घर के हिस्से को भी भाइयों को बेच दिया था। इससे बच्चों और पत्नी के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया था।
स्टूडियो पर 12 लाख रुपये खर्च हो रहे थे : विक्रमाजीत गांव के बाहर घर में गीतों की रिकॉर्डिंग के लिए स्टूडियो का निर्माण कर रहा था। इस पर वह 12 लख रुपये खर्च कर रहा था। बेटा और पत्नी चाहते थे कि वह पहले लड़की की शादी कर दे।
भोजपुरी गायक को अभिनय के लिए देने थे दस हजार : विक्रमाजीत ने एक देशभक्ति गीत लिखा था। उसकी शूटिंग वह अपने स्टूडियो में करना चाहता था। इसके लिए ग्रेटर नोएडा में रह रहे एक भोजपुरी कलाकार को भी उसने तीन हजार की पेशगी दी थी। घटना वाली रात 10 बजे तक वह भोजपुरी कलाकार उसके साथ रहा। कलाकार रुपये लेकर वापस ग्रेटर नोएडा पहुंच गया।
टप्पल में बेची थी जमीन : विक्रमाजीत ने अपने हिस्से की टप्पल की जमीन बेची थी। जमीन बेचकर ही वह स्टूडियो बना रहा था। इससे पहले मुआवजे में मिले अपने हिस्से के रुपये को महिला मित्रों के साथ रंगरेलियां मनाने और शराब पीने में खर्च कर रहा था। विक्रमाजीत की पत्नी घरों में नौकरानी का काम करती थी। बेटी बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी और आरोपी बेटा छोटा-मोटा मोबाइल मैकेनिक था। पूरा परिवार बमुश्किल अपनी गुजर बसर कर रहा था, जबकि विक्रमाजीत ठाट-बाट की जिंदगी बसर कर रहा था।
दूसरी शादी करना चाहता था कलाकार
विक्रमाजीत शराब का शौकीन था। वह एलएलबी की छात्रा से शादी करना चाहता था। सिकंदराबाद क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने ग्रेटर नोएडा के कॉलेज से वकालत की पढ़ाई की थी। विक्रमाजीत ने उसकी पढ़ाई पर पैसा खर्च किया था। वह युवती भी उसके साथ शादी करने को तैयार थी। इससे पहले भी विक्रमाजीत के कई महिलाओं से अवैध संबंध थे। इन महिलाओं और छात्रा के साथ वह देसी गानों पर वीडियो एलबम बनाकर सोशल मीडिया स्टार बनना चाहता था।
बुजुर्ग को मारने की मंशा नहीं थी
आरोपी जैस्मिन ने पुलिस को बताया कि उसे नहीं पता था कि पिता की बगल वाली चारपाई पर दादा रामकुमार सो रहे हैं। मुंह ढके रामकुमार ने करवट बदली तो आरोपी ने उन पर भी वार कर दिया। अपने पिता के घर पर होने की जानकारी भी उसने गली में जा रहे रामकुमार से ही ली थी। रामकुमार ने ही जैस्मिन को बताया कि उसके पिताजी आज घेर पर आए हैं। विक्रमाजीत गांव में बहुत कम आता था। पिछले एक महीने में दो-चार बार ही वह गांव आया था। उसके घरवालों को भी गांव में आने की जानकारी नहीं होती थी।
लोगों के गले नहीं उतर रही दोहरे हत्याकांड की कहानी
एक आरोपी द्वारा दो लोगों की हत्या करने की बात लोगों के गले नहीं उतर रही। रामकुमार के बेटे शीशपाल का कहना था कि आरोपी का साथ किसी और ने भी दिया होगा। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने रामकुमार के परिजनों और गांव के दर्जनभर से अधिक लोगों के सामने आरोपी से जुर्म कबूल करवाया।