जुगाड़ नीति के सामने तबादला नीति हुई फेल ……
कई वर्षों से एक ही जिले में कुंडली मारकर विराजमान हैं डीपीओ संजय सिंह
सब एडिटर: अमित माथुर
एटा। तीन साल से अधिक समय से एक ही पटल और क्षेत्र में तैनात कर्मियों एवं अधिकारियों के 30 जून तक हर हाल में तबादले होने थे। ऐसा शासनादेश आते ही विभागों में मलाई काट रहे कर्मियों में खलबली मची गई थी। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ऐसे कर्मचारियों को इतना दूर भेजें ताकि इनका संबंध टूट जाए और वह भ्रष्टाचार न कर सकें।
यूपी के कर्मचारियों के लिए नई तबादला नीति को योगी कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। इसके तहत कोई भी कर्मचारी एक जिले में 03 साल और मंडल में 07 साल ही रह सकेगा।
लेकिन जिले में तैनात जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) संजय सिंह करीब छः वर्षों से एक ही जिले में कुंडली मारकर विराजमान हैं, आखिर तबादला नीति से डीपीओ संजय सिंह कैसे अछूते रह गए यह सवाल अब हर कोई जानना चाहता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साथ ही जन चर्चा के आधार पर ज्ञात हुआ है एक डीपीओ की जुगाड़ नीति के आगे सरकार की तबादला नीति फेल हो गई।
सरकार की तबादला नीति के अनुसार जिले में 03 वर्ष से अधिक किसी भी कर्मचारी की तैनाती नहीं रह सकती लेकिन डीपीओ संजय सिंह करीब छः वर्षों से अंगद की तरह एक जिले में कुंडली मारकर बैठे हुए हैं इससे कहीं न कहीं सरकार की तबादला नीति पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
