जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है. धार्मिक मान्यता है कि तुलसी के पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का रूप होता है. नियमित रूप से सुबह-शाम तुलसी के पौधे की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर घर में वास करते हैं. और उस घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. मान्यता है कि भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है. इसलिए उन्हीं तुलसी अर्पित करने से दोगुना फल मिलता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को घर में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए. तुलसी अगर किसी शुभ दिन और शुभ समय में लगाई जाए, तो विशेष फलदायी साबित होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी को सही दिशा में रखने पर ही उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं. ऐसी मान्यता है कि तुलसी की नियमित पूजा करने से व्यक्ति को मृत्यु के मोक्ष की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं तुलसी को किस दिशा में लगाना उत्तम होता है.
शुभ दिशा में लगाने से मिलता है विशेष फल
वास्तु जानकारों का मानना है कि तुलसी के पौधे को सही दिशा में लगाने से ही घर में खुशियों का वास होता है. अगर आपने इसे गलत दिशा में रख दिया, तो आप पर बड़ा सकंट भी आ सकता है. कहते हैं कि गलत दिशा में रखा तुलसी का पौधा घर में निगेटिव एनर्जी फैला सकता है. इससे शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि तीनों का सामना करना पड़ता है.
इस दिशा में लगाएं तुलसी का पौधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को पूर्व दिशा में लगाना उत्तम माना गया है. अगर आपके घर में पूर्व दिशा में जगह नहीं है, तो फिर आप उत्तर या फिर उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) का चुनाव भी कर सकते हैं. इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मकत ऊर्जा का वास होता है. इसके साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है.
इस दिशा में भूलकर न लगाएं तुलसी
मान्यता है कि तुलसी का पौधा तभी लाभप्रद होता है जब उसे सही दिशा में लगाया जाता है. इसलिए घर की दक्षिण दिशा में भूलकर भी तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए.दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है. ऐसे में इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से फायदे की जगह नुकसान होने लगता है.
तुलसी का पौधा लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान
कई लोग तुलसी का पौधा घर की छत पर रखते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधे को छत पर रखना अशुभ माना जाता है.
तुलसी के पौधे के पास कभी भी कांटेदार पौधा न लगाएं. इसकी जगह केले का पेड़ लगा सकता है. मान्यता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है.
रविवार और एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में जल अर्पित न करें. और न ही तुलसी की पूजा करें. इसके साथ ही इस दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ने की भी मनाही होती है.
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