आगराउत्तर प्रदेशएटाकासगंजशिक्षा

बाबा साहब का अपमान करने वाले अपराधिक पृवत्ति के अध्यापक के समर्थन में उतरा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक संघ

अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह पहले भी प्रधानाध्यापक के साथ मार-पीट करने के मामले में हो चुका है निलंबित
एटा। अध्यापकों के तमाम संगठन प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्रणाली में सुधार को लेकर शासन-प्रशासन के खिलाफ आंदोलन एवं धरना-प्रदर्शन करते रहते हैं लेकिन एटा जिले में एक संगठन का धरना काफी चर्चा में है दरअसल उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक संघ नाम का संगठन एक अपराधिक पृवत्ति के अध्यापक के समर्थन में बीएसए कार्यालय में धरना दे रहा है।
जैसे-जैसे इस धरने की लोगों की जानकारी हो रही है वो ऐसे संगठन के क्रियाकलापों पर ही सवाल उठा रहे हैं, बता दें कोतवाली जलेसर क्षेत्र के गांव अरबगढ़ स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत दिगेंद्र प्रताप सिंह ने विधालय में लगे बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर की तस्वीर को उतारकर फेंक दिया गया था।
अपराधिक पृवत्ति के अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह के इस कृत्य के बाद ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया, और उन्होंने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई।
मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम विपिन कुमार मोरल और सीओ कृष्ण मुरारी दोहरे ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और बच्चों से पूछताछ की। जिसके बाद अपराधिक पृवत्ति के अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया।

अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह ने पहले भी प्रधानाध्यापक के साथ मार-पीट करते हुए की थी फायरिंग, हुआ था निलंबित…….

अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह बाबा साहब की तस्वीर को कचरे में फेंकने के अलावा पहले भी रहा है विवादों में दरअसल सकीट क्षेत्र के गांव जलालपुर सांथल में तैनाती के दौरान अनुपस्थित दिवसों में हस्ताक्षर करने का विरोध करने पर विधालय के प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार के साथ मार-पीट की और अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिंग कर दी थी, उस घटना का वीडियो वायरल होने पर निवर्तमान बीएसए संजय सिंह ने खंड शिक्षाधिकारी सकीट नीरजा चतुर्वेदी को जांच सौंपी गई थी, जांच सही मिलने पर बीएसए संजय सिंह ने विवादित अध्यापक दिगेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया था।

अपराधिक पृवत्ति के अध्यापक बच्चों के भविष्य से कर रहे हैं खिलबाड़……..

वैसे तो अध्यापक को गुरु कहा जाता है जोकि छोटे-छोटे नौनिहालों के मार्गदर्शन में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं लेकिन अगर इस तरह के अध्यापक बच्चों के मार्गदर्शक बनेंगे तो बच्चों का भविष्य भी खतरे में पड़ जाएगा और वो भी आपराधिक प्रवृत्ति के मार्ग पर चल पड़ेंगे जोकि समाज के साथ ही देश के लिए भी बड़ी चुनौती होंगे।

Amit Mathur

अमित माथुर - उप संपादक कलप्रिट तहलका

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button