प्रदेश में वाहन फिटनेस सेंटर बने लूट सेंटर….
एटा में भी फिटनेस सेंटर जल्द शुरू होने की कवायद तेज
सब एडिटर: अमित माथुर
एटा/उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग के निजी फिटनेस सेंटर लूट सेंटर बन रहे हैं। फिटनेस के नाम पर मनमानी वसूली की खबरें सामने आ रही हैं, झांसी प्रकरण इसका जीता-जागता प्रमाण है। कानपुर जिले में भी एक चैनल पर वाहन चालकों ने फिटनेस सेंटर पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए हैं।
भ्रष्टाचार समाप्त करने का नारा देकर सरकार जिस तरह परिवहन विभाग की कार्य प्रणाली में बदलाव कर रही है उसका एकदम उल्टा परिणाम देखा जा रहा हैं, पहले सरकार ने आॅनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के नाम पर विभाग के तमाम कार्यों पर लगने वाली फीस में बढ़ोतरी की उससे तीन गुना अधिकारियों ने रिश्वतखोरी की कमाई में बढ़ोतरी करके जनता को लूटने का काम किया।
अब सरकार ने प्राईवेट सेंटरों को वाहन फिटनेस सौंपने की कवायद पर कार्य करना शुरू कर दिया है, झांसी, वाराणसी, बरेली, फ़िरोज़ाबाद, बिजनौर, कानपुर, लखनऊ, आगरा, मिर्ज़ापुर में फिटनेस सेंटरों पर फिटनेस शुरू हो चुकी है, साथ ही प्रदेश के तमाम जनपदों में प्राईवेट सेंटरों को जल्द शुरू करने का कार्य किया जा रहा है, सूत्रों की मानें तो इन सेंटरों को लेने वालों ने करोड़ों रुपए खर्च करके इन फिटनेस सेंटर को लिया है, ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है आखिर लोग करोड़ों रुपए खर्च करके फिटनेस सेंटर लेने के लिए उतावले क्यों हैं? कुछ सेंटर तो किराए की जमीन लेकर (एग्रीमेंट) कराकर शुरू किए जा रहे हैं, भ्रष्टाचार मुक्त का नारा देने वाली सरकार में प्राईवेट सेंटर के नाम पर मानों सेंटर नहीं बल्कि लूट का लाईसेंस मिल रहा है जो वाहन मालिकों से मनमानी लूट धड़ल्ले से कर रहे हैं। बता दें इस लूट और वसूली कांड में अकेले फिटनेस सेंटर ही जिम्मेदार नहीं हैं इसके लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को चढ़ावा भी बराबर चढ़ाया जाता है ताकि यह किसी तरह की उलझनें उत्पन्न ना करें।
एटा जिले में भी गांव छछैना पर फिटनेस सेंटर लगभग बनकर तैयार है विश्वनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में भी एक-दो दिन में वाहन फिटनेस कार्यालय से ना होकर अब इसी सेंटर पर होना शुरू हो जाएगी।
तमाम जनपदों में संचालित फिटनेस सेंटरों पर मनमानी लूट और वसूली की खबरें सामने आने के बाद जिले के तमाम वाहन स्वामी यह सोचकर डरे हुए हैं जो फिटनेस 2400-2500 रुपए देकर हो जाती थी उसपर अब फिटनेस सेंटर कितना वसूलेगा, बता दें जिन जनपदों में प्राईवेट फिटनेस सेंटर शुरू हो चुके हैं वहां वाहन स्वामियों से 07 हजार रुपए से लेकर 08 हजार रुपए तो कई जनपदों में 10 हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। कुल मिलाकर सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त अभियान पर मशहूर शायर अदम गोंडवी की यह लाइनें सटीक बैठती हैं…
तुम्हारी फाइलों में गांव कामौसम गुलाबी है,
मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है।।
