खेल

विराट को कैसे मिली इतनी सफलता? शिखर धवन ने बताई कोहली को ‘किंग’ बनाने वाली खासियत

Virat Kohli And Shikhar Dhawan

हर खिलाड़ी का खराब दौर आता है लेकिन हर कोई उससे पूरी तरह उबर नहीं पाता और वापसी नहीं कर पाता. कुछ ही ऐसे होते हैं जो इसमें सफल हो पाते हैं और सिर्फ वापसी ही नही, बल्कि दमदार वापसी. सचिन तेंदुलकर के बारे में सब जानते हैं कि कैसे चोट और खराब फॉर्म के बाद जबरदस्त कमबैक किया था. विराट कोहली भी कुछ-कुछ वैसा ही करते दिख रहे है. इसमें उनकी काबिलियत का तो बड़ा योगदान है ही, साथ ही उनके अनुशासन और कड़ी मेहनत की भी अहम भूमिका है. टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शिखर धवन कोहली की इन्हीं खूबियों को उनकी सफलता की वजह बताते हैं.

टी20 विश्व कप में इस वक्त कोहली भारतीय टीम की अब तक की सफलता का सबसे बड़ा कारण रहे हैं. कोहली के बल्ले से तीन शानदार अर्धशतक निकले हैं और भारत ने ये तीनों ही मैच जीते हैं. कुछ महीने पहले ही खराब फॉर्म के कारण उनकी जगह पर सवाल खड़े हो रहे थे, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की है. शनिवार 5 नवंबर को कोहली ने मेलबर्न में टीम इंडिया के साथ अपना 34वां जन्मदिन मनाया, जहां वह रविवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ टीम इंडिया को जीत दिलाने उतरेंगे.

कोहली अनुशासित और सकारात्मक शख्स

वहीं मेलबर्न से हजारों मील दूर नई दिल्ली में टीम इंडिया में कोहली के साथी और दिग्गज बल्लेबाज धवन पूर्व भारतीय कप्तान की खूबियां गिना रहे थे. धवन ने एक कार्यक्रम के दौरान कोहली को जन्मदिन और विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन की बधाई दी. इस दौरान धवन ने कोहली के बारे में बात करते हुए कहा,

“विराट बहुत मजबूत आत्मविश्वास वाले खिलाड़ी हैं, जब आप उनसे बात करो तो वह बहुत सकारात्मक रहते हैं. यह सब निर्भर करता है कि आप खुद को किस तरह से लेते हो. आप अपने बेहतरीन दोस्त हो सकते हो या फिर अपना ही शिकार हो सकते हो, यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है.

कोहली की इच्छाशक्ति और अनुशासन के बारे में बोलते हुए बाएं हाथ के ओपनर ने कहा, वह बहुत ही अनुशासित भी हैं, वह पहले सबकुछ खाते थे और काफी मोटे हो गए थे लेकिन उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति से यह पूरी तरह से बदल दिया. इसके साथ उसके कौशल ने उसे सफलता दिलायी.

खराब दौर भी देता है सीख

करीब ढाई साल तक खराब दौर से गुजरने वाले कोहली की जमकर आलोचना हुई थी और उन्हें तो टी20 विश्व कप में शामिल न करने तक की मांग की गई थी. कोहली ने इस सबसे उबरते हुए वापसी की है और कैसे वह ऐसा कर सके, धवन ने इसकी एक झलक समझाते हुए कहा, जब कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा होता तो आप काफी तनाव से गुजरते हो. आप गहराई में जाते हो और आत्मचिंतन से गुजरते हो. जीवन का हर चरण आपको कुछ ना कुछ सिखाता है और यह मंजिल के बारे में नहीं बल्कि आपकी यात्रा के बारे में होता है. जब एक व्यक्ति इसे महसूस करते हो कि यह यात्रा के बारे में है तो यह और ज्यादा मजेदार हो जाता है.

कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button