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स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने दी 8 लोगों को फांसी की सजा

UP Crime : बरेली जनपद की एक अदालत ने सुरेश शर्मा नगर में 10 साल पहले घर में घुसकर डकैती के दौरान आयकर विभाग के निरीक्षक की मां, भाई और भाभी की हत्या करने के मामले में 9 अभियुक्तों को दोषी करार देते हुए उनमें से आठ को फांसी तथा एक को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है।

स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने 20 अप्रैल 2014 के डकैती और हत्याकांड मामले में 2 महिलाओं समेत 8 अपराधियों को फांसी की सुनाई है. वहीं, एक सर्राफा व्यापारी को उम्र कैद की सजा सुनाई है.

दरअसल, 10 साल पहले इनकम टैक्स के इंस्पेक्टर के घर बदमाशों ने डकैती के दौरान तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था. इसमें आयकर विभाग के इंस्पेक्टर की मां, भाई और भाभी की निर्मम हत्या कर दी गई थी. स्पेशल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट रवि कुमार दिवाकर ने छैमार हसीन गैंग के 9 लोगों को सजा सुनाई है. बारादरी थाना क्षेत्र के सुरेश शर्मा नगर में 20 अप्रेल 2014 हत्याकांड हुआ था. कोर्ट ने आठ लोगों को मृत्यु दंड दिया गया है और एक आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.

भीख मांगने आईं दो महिलाओं ने की थी रैकी
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता बरेली दिगंबर पटेल ने बताया कि ट्रिपल हत्याकांड में मां, बेटे और बहू की इन आरोपियों के द्वारा डकैती डालकर हत्या कर दी थी. वही दो जो अन्य महिलाएं हैं उन महिलाओं द्वारा घर की पहले रैकी की गई थी. दोनों महिलाओं ने भीख मांगने के दौरान रैकी की थी. वहीं पड़ोसियों द्वारा इन महिलाओं को पहचाना गया और उनकी गवाही भी पेश की गई थी. यह छैमार गैंग है जो कि तंबू बनाकर रहते हैं और एक जगह लूटपाट करके दूसरी जगह पहुँच जाते हैं।

पटेल के मुताबिक आयकर विभाग के निरीक्षक रविकान्त मिश्रा ने बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि 21 अप्रैल 2014 को वह अपने घर से अपने तैनाती स्थल के लिये रवाना हुए थे और दो दिन बाद जब उन्होंने अपने परिजन से सम्पर्क करने की कोशिश की तब उनकी उनसे बात नहीं हो सकी. मिश्रा का कहना था कि अनहोनी का शक होने पर वह यहां अपने घर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि दरवाजा अंदर से बंद था, गलियारे की खिड़की खुली थी और उसकी ग्रिल भी निकली हुई थी।
मां, बेटा और बहू की एक साथ हत्‍या कर फरार हो गए थे डकैत
पटेल ने बताया कि मुकदमे के मुताबिक छत का दरवाजा खुला था तथा मिश्रा ने जब पास के एक निर्माणाधीन मकान की छत से अपने घर के अंदर जाकर देखा तो उनकी मां पुष्पा (70) का शव सीढ़ियों के पास पड़ा था, जबकि बेडरूम में उसके भाई योगेश और भाभी प्रिया के शव पड़े थे. घर का सारा सामान बिखरा हुआ था. पटेल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध डकैती, हत्या और आपराधिक षडयंत्र के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू की थी।

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