वाशिंगटन। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक + ने तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा की है। अमेरिका का कहना है कि इस फैसले से रूस जैसे तेल निर्यातकों को लाभ होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बुधवार को कहा कि उनका प्रशासन सऊदी अरब के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि हम सऊदी अरब पर प्रतिक्रिया करने जा रहे हैं। सऊदी अरब के खिलाफ क्या कार्रवाई हो इसका फैसला कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में विचार कर लिया जाएगा। बाइडेन ने यह बयान सऊदी अरब को अमेरिकी हथियारों की बिक्री रोकने के लिए भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी रो खन्ना सहित सांसदों के एक सवाल का जवाब देने के दौरान दिया।
ओपेक के फैसले से रूस को मिलेगा समर्थन
बाइडेन ने मंगलवार को कहा था कि ओपेक से जुड़े देशों ने एक दिन में तेल उत्पादन में 2 मिलियन बैरल की कटौती करने की योजना की घोषणा की है। इससे रूस को समर्थन मिलेगा। तेल उत्पादन में कटौती के लिए सऊदी अरब को नतीजे भोगने होंगे।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अलग से संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति एक दिन पहले ही स्पष्ट थे कि अमेरिका सऊदी अरब के साथ संबंधों का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है। अमेरिका और सऊदी अरब के बीच दशकों से रिश्ता है। राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जब इसका पुनर्मूल्यांकन कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श से हो। इसलिए वह इस फैसले में कांग्रेस को शामिल करने के लिए उत्सुक हैं।
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