मॉस्को। रूस की वित्तीय निगरानी संस्था (financial watchdog) ने दिग्गज अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी मेटा को आतंकवाद और चरमपंथ में शामिल संगठनों की सूची में शामिल किया है। मेटा इंस्टाग्राम और फेसबुक की मूल कंपनी है। अब रूस का कोई नागरिक फेसबुक या इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले के बाद रूस की कंपनियों पर अमेरिका और पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं। इसके जवाब में रूस ने भी अमिरिकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। इसी क्रम में मेटा को आतंकी संगठनों की लिस्ट में शामिल किया गया है।
रूस की आधिकारिक Tass न्यूज एजेंसी ने बताया कि रूस की संघीय वित्तीय निगरानी सेवा Rosfinmonitoring ने इसकी घोषणा की। Rosfinmonitoring ने कहा कि उन संगठनों और व्यक्तियों की सूची में संशोधन किए गए हैं जिनके संबंध में चरमपंथी गतिविधियों या आतंकवाद में उनकी संलिप्तता के बारे में जानकारी है। इस संबंध में मेटा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रूस का आरोप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म चल रहा उसके खिलाफ अभियान
गौरतलब है कि रूस यूक्रेन जंग को लेकर रूस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आरोप लगाया है कि इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रूस के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। मार्च में एक रूसी कोर्ट ने मेटा को चरमपंथी संगठन बताया था और फेसबुक व इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगा दिया था। मेटा ने घोषणा की थी कि वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रूसी आक्रमणकारियों को मौत जैसे बयान चलने देगा।
यह यूक्रेन के अंदर से पोस्ट करने वाले यूजर पर लागू होगा। मेटा ने प्रतिबंध के खिलाफ अपील की थी, लेकिन जून में मास्को की एक अदालत ने इसे बरकरार रखा था। मंगलवार को लिए गए फैसले के बाद मेटा रूस में तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों की लिस्ट में शामिल कर दिया गया है।
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