UP: बंदरों से परेशान होकर कोर्ट में दायर की याचिका, हाथरस DM, वन विभाग और नगर पालिका को मिला नोटिस
उत्तर प्रदेश (UP) के हाथरस (Hathras) जिले में बंदरों के आतंक से लोग काफी परेशान हैं. बंदर आये दिन लोगों के हाथ से सामान खिंच कर ले जाते हैं. इतना ही नहीं बंदरों की वजह से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं बंदरों के आतंक से परेशान होकर एक व्यक्ति ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी है. जिसके बाद कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए हाथरस डीएम (Hathras DM), वन्य विभाग और पालिका प्रशासन को नोटिस जारी किया है. अदालत में इस केस की अगली सुनवाई 4 मई को होगी.
बंदरों के खिलाफ याचिका दायर
दरअसल हाथरस (Hathras) के लालवाला पेच निवासी मधुशंकर अग्रवाल ने न्यायालय (Hathras Court)में एक याचिका दायर की. याचिका में कहा गया है कि शहर के रोडवेज बस स्टैंड, मंडी परिसर आदि जगह में बंदरों के निशाने पर सीसीटीवी कैमरे हैं. जिनको आए दिन बंदर खराब कर रहे हैं. उन्होंने याचिका में कुछ समाचार पत्रों की खबरों का हवाला भी दिया है. जिस पर न्यायालय ने इस संबंध में जिलाधिकारी, प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव लखनऊ, प्रभागीय वन अधिकारी और ईओ नगरपालिका को नोटिस जारी किया है.
4 मई को अगली सुनवाई
वहीं इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 4 मई की तारीख निर्धारित की गई है. वही स्थाई लोक अदालत के सदस्य मनीष कौशिक ने बताया कि जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी हुए हैं. अब मामले की सुनवाई नियत तिथि पर होगी.
बंदरों के आंतक से लोग घरों में कैद
बता दें कि बंदरों के आतंक से परेशान लोग काफी भयभीत रहते हैं. वह अपने घरों से निकलने में भी डरते हैं. कुछ दिनों पहले एक महिला को भी बन्दरों ने छत से धक्का दे दिया था. जिससे महिला घायल हो गयी थी. वहीं इस भीषण गर्मी में बंदर और चिड़चिडे हो गए हैं, जो लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. इसके कारण लोगों को बाजार आदि जगह से समान लेकर आने-जाने में भी काफी परेशानियां हो रही हैं. कई जगह बंदर इंसानों को काट भी चुके हैं. रात और सुबह के समय बंदरों का आतंक ज्यादा ही रहता है. सुबह टहलने के लिए घरों से निकलने वाले लोगों को बंदर अपना निशाना बना रहे हैं. बहुत से लोगों ने सुबह घूमना भी बंद कर दिया है.
बंदरों को पकड़ने वालों को ईनाम
नगर पालिका (Hathras Nagar Palika)प्रशासन ने बंदरों को पकड़ने के लिए गाड़ियां भी बनवाई हैं. साथ ही बंदरों को पकड़कर देने वालों के लिए ईनाम की भी बात कही गई थी, लेकिन कार्यवाही अमल में नही लाई गई. अब 4 मई को न्यायालय में तारीख है।
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