भोले बाबा का राइट हैंड है देव प्रकाश मधुकर, फंड की व्यवस्था करना इसी की जिम्मेदारी रहती थी
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई के दिन सत्संग के दौरान मची भगदड़ के मामले में यूपी पुलिस ने भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के खास सेवादार देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया है।
मधुकर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शुरुआती पूछताछ में पता लगाया है कि देव प्रकाश मधुकर ही भोले बाबा के कार्यक्रमों को आयोजित करवाता था और इन कार्यक्रमों के लिए फंड्स भी इकट्ठा करता था. इन आयोजनों में देव प्रकाश की यही दो अहम भूमिकाएं रही हैं।
हाथरस एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि देव प्रकाश मधुकर 2008 से जूनियर इंजीनियर के पद पर काम कर रहा है. यही वो शख्स है जो कि कार्यक्रम स्थल पर पुलिसकर्मियों को आने से रोकता था. इसका साथ कई और सेवादार भी देते थे।
कार्यक्रम के दौरान सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी यही लोग अपने हाथ में लिए रहते थे. पुलिस ने बताया कि सत्संग के लिए जो अनुमति ली गई थी उसमें कई बातों का उल्लंघन आयोजकों ने किया है।
एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान जब भगदड़ मची उस वक्त भीड़ को संभालने के लिए कोई भी सेवादार आगे नहीं आया और भीड़ को रोकने की कोशिश नहीं की गई. भगदड़ के बाद सभी सेवादार फरार हो गए।
सत्संग के दौरान अव्यवस्था फैलने की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है. जब सत्संग खत्म हुआ उसके बाद जानबूझकर भोले बाबा की गाड़ी भीड़ के बीच से निकाली गई. सेवादारों को पता था कि भीड़ ज्यादा है और ऐसा करना ठीक नहीं होगा. इसके बावजूद इन लोगों ने ध्यान नहीं दिया।
पूछताछ में पता चला है कि देव प्रकाश मधुकर बाबा का सबसे करीबी सेवादार है और वह उनके लिए कार्यक्रम आयोजिन तो करता ही है साथ ही कार्यक्रम के लिए फंड रेजर का काम भी करता है।
ऐसे में पुलिस अब राजनीतिक कनेक्शन खंगालने में भी लगी हुई है. पुलिस को शक है कि भोले बाबा ने किसी राजनीतिक दल से भी फंड लिया होगा, हालांकि अभी तक कोई पुख्ता सबूत पुलिस के पास नहीं आए हैं. लेकिन, पुलिस इस ओर भी जांच कर रही है।
पुलिस फिलहाल देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार करने के बाद उसके बैकग्राउंड को चेक करने में जुटी है. पुलिस के मुताबिक प्रमुख सेवादार होने की वजह से मधुकर के हाथ में पैसों का लेन-देन भी हुआ करता था. इसलिए उसके मनी ट्रेल की जांच भी जा रही है। मधुकर के चल-अचल संपत्ति की भी जांच की जा रही है. पुलिस के साथ-साथ आयकर विभाग और राजस्व विभाग भी मधुकर की जानकारी जुटाने में लगा हुआ है. पुलिस फिलहाल मधुकर की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है. पुलिस ने बताया कि मधुकर को पुलिस रिमांड पर लेकर डिटेल में पूछताछ की जाएगी।