यूपी में ईडी ने कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी से तीन बार विधायक रहे इरफान सोलंकी और उनके सहयोगियों से संबंधित विभिन्न परिसरों पर तलाशी ली. इरफान सोलंकी और उसके साथियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में जबरन उगाही, सरकारी और निजी जमीन पर कब्जे, अवैध निर्माण जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं।
इरफान सोलंकी की बिल्डर शौकत अली और हाजी वासी खान के साथ साठगांठ है. हाजी वासी खान पर साल 2022 में कानपुर में हुई दंगे को फंडिंग करने का आरोप है. हाजी वासी खान और उसके गिरोह पर फर्जी कागजातों के आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से बसाने का आरोप है.
हाजी वासी खान और उसके गुर्गों ओर गैंगस्टर एक्ट तक लगाया गया है. PMLA की जांच में खुलासा हुआ है कि 2016 से 2022 के बीच MLA रहते हुए इरफान की संपत्ति में 282 प्रतिशत का इजाफा हुआ. शुरुआती तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि इरफान सोलंकी के पास से बेहिसाब बेनामी संपत्ति और फर्जी कंपनियों के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दिया गया. 2015-16 और 2022-23 के बीच इरफान के एकाउंट से पता चला है कि उनमें करीब साढ़े 12 करोड़ रुपये कैश जमा किये गए. जबकि इनकम टैक्स रिटर्न्स महज 6 लाख रुपये पर भरी गयी।
जांच में सामने आया है कि इरफान और उसका भाई रिजवान जिस 1000 स्क्वायर मीटर के बंगले में रहते हैं, उसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है. वो भी अवैध तरीके से कमाए गए पैसों से खरीदा गया है. ईडी की छापेमारी में कुछ डायरियां बरामद हुई हैं, जिनमें करीब 40 से 50 करोड़ रुपये के लेनदेन की जानकारी सामने आई है. इसके साथ ही 5 करोड़ रुपये में मुंबई में खरीदी गई जमीन के कागजात बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही 26 लाख रुपये कैश और कुछ डिजिटल डिवाइस बरामद किए गए हैं. जिनकी फोरेंसिक टीम की मदद से जांच जारी है।