‘हर घर नल से जल’ योजना की सीवर कार्य ने उड़ा दीं धज्जियां
एटा में दर्जनों स्थानों पर टूटे पेयजल आपूर्ति पाइप, शिकायतों को नगरपालिका भी कर रही है नजरंदाज
-मदन गोपाल शर्मा
एटा। जल निगम के अधीन कार्य कर रहे सीवर कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार की ‘हर घर नल से जल’ योजना का एटा में मखौल बनाते हुए धज्जियां उड़ा दी हैं। नगर के गली-मौहल्लों में सैकड़ों स्थानों पर पानी की पाइप लाइनें तोड़ डाली हैं जिससे आम नागरिकों को नगरपालिका का मिलने वाला पानी भी बंद हो गया है। भीषण गर्मी में नगरपालिका के पानी पर ही आश्रित रहने वाले लोगों की शिकायतों को सीवर कर्मचारी तो सुनते ही नहीं, वहीं नगरपालिका भी पानी की टूटी पाइप लाइनों को सही कराने में रूचि नहीं ले रही है।
गत एक माह से अंधी मोड़ से पूर्व बड़े काली मंदिर ठंडी सड़क की ओर खाली प्लाटों के बीच सड़क पर सीवर कार्य करते समय पानी की पाइप लाइन सीवर कर्मचारियों से टूट गई जिसे ठीक किये जाने हेतु उन्हीं कर्मचारियों से अनेकों बार कहा गया लेकिन उन्होंने उस स्थान को वैसे ही मिट्टी डालकर छोड़ दिया अब हालात हैं कि जब भी सुबह शाम नगरपालिका के ट्यूबवैलों द्वारा नगरवासियों को जलापूर्ति हेतु ट्यूबवैल चलाये जाते हैं तो सड़क पर पानी बहता रहता है। पानी के इस बहाव से गड्ढ़ा बनने से सड़क पर पानी भरा रहता है वहीं धीरे-धीरे सड़क की मिट्टी कट कर सड़क खराब हो गयी है जिससे आवागमन में काफी तकलीफ हो रही है।
सीवर कर्मचारियों ने पानी की पाइप लाइन टूटते ही रामश्री महिला शिक्षा महाविद्यालय के निकट खुदाई शुरू की, वहां भी पानी की पाइप लाइन टूट गई और काम बंद कर काली मंदिर के पास खुदाई आरम्भ करदी है।
इसी प्रकार पटियाली गेट से मारहरा दरवाजा की ओर कन्या प्राथमिक विद्यालय उर्दू माध्यम के सामने पानी सप्लाई का कोई मोटा पाइप टूट गया है जिससे बहुत बड़ी मात्रा में जल बहाव होता रहता है लेकिन जल निगम और नगरपालिका को परवाह कहां कि अमूल्य जल के व्यर्थ बहाव को रोकने हेतुु प्रयास किये जायें।
प्रशासन से नागरिक समस्याओं के समाधान की तो उम्मीद करना ही व्यर्थ है। विगत कई माह से पूरे जनपद में माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है और उसी कार्यवाही को जनपद का समुचित विकास समझा जा रहा है। अन्य समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट करने पर भी आला अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगती।
कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।