महाराष्ट्रराज्य

Maharashtra में बढ़ी सख्ती, विवाह समारोह में 50, अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होगे 20 से अधिक लोग


मुंबई।
महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना संकट गहराने और ओमिक्रॉन (Omicron) से पहली मौत के बाद सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है। राज्य सरकार ने विवाह कार्यक्रम में 50 लोगों से अधिक के शामिल होने पर पाबंदी लगा दी है। कार्यक्रम चाहे खुले में हो या बंद जगह पर 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो पाएंगे। 

राज्य सरकार के नए फैसले के अनुसार अब अंतिम संस्कार में अधिक से अधिक 20 लोग शामिल हो पाएंगे। सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक या किसी अन्य प्रकार के आयोजिन में भी 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते। चाहे आयोजन खुले आकाश के नीचे हो गया किसी बंद जगह पर। सरकार ने आदेश जारी किया है कि पर्यटन स्थल, समुद्री बीच या किसी और स्थान पर धारा 144 लागू रहेगी। लोगों की भीड़ जुटने पर रोक रहेगी। इसका उल्लंघन करते पाए जाने पर कार्रवाई होगी।

महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन से पहली मौत 
ओमिक्रॉन से पहली मौत की रिपोर्ट महाराष्ट्र से आई है। मृतक की नाइजीरिया की ट्रेवेल हिस्ट्री है। ओमिक्रॉन जटिलताओं की वजह से उसे हार्ट अटैक आने की बात कही जा रही है। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि ओमिक्रॉन मरीज की मौत नॉन-कोविड कारणों से हुई है। 

कोरोना के 5368 नए मामले सामने आए 
बता दें कि महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के 5,368 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 1,193 संक्रमित ठीक भी हुए हैं। राज्य में कोरोना से 22 लोगों ने जान गंवाई है। 18,217 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 198 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में अब ओमिक्रॉन मामलों की संख्या बढ़कर 450 हो गई है।

14 दिन में दोगुना हुए मरीज
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 14 दिसंबर को कोरोना के 6 हजार 481 सक्रिय मामले थे। वहीं 28 दिसंबर को सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11 हजार 492 हो गई। राज्य सरकार का कहना है कि लोगों में कोविड नियमों को लेकर अनुशासनहीनता के कारण कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

Disclaimer: This article has not been edited by Culprit Tahalaka. This news is published by news agency or other source.

Latest India News In hindi, National NEWS, National politics News, india Politics

कलप्रिट तहलका (राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक) भारत/उप्र सरकार से मान्यता प्राप्त वर्ष 2002 से प्रकाशित। आप सभी के सहयोग से अब वेब माध्यम से आपके सामने उपस्थित है।
समाचार,विज्ञापन,लेख व हमसे जुड़ने के लिए संम्पर्क करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button