उत्तर प्रदेशहरदोई
पुलिस मुठभेड़ में बेटे को लगी गोली, सदमें से हुई पिता की मौत
हरदोई। युवती को अगवा करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या के बाद शव को दफन कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी युवक के कुबूलने पर दूसरे युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस के दावे के मुताबिक पकड़ा गया युवक भागा,जिसकी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी तरफ उस युवक के बाप को पता चला कि उसके बेटे को हिरासत में लिया गया ,तो इसके सदमे में उसकी मौत हो गई।
बताया गया है कि मझिला थाने के टुमुर्की की मुन्नी बेगम पत्नी हाशिम ने पुलिस को दी तहरीर में कहा था कि 22 नवंबर को उसकी 22 वर्षीय पुत्री नायाब मज़ार पर जा रही थी।इसी बीच पेंगू सराय मजरा हाथीपुर निवासी प्रदीप पुत्र शिवशंकर ने उसे रास्ते से अगवा कर लिया और पहले तो उससे दुष्कर्म किया, फिर युवती की हत्या कर उसका शव गन्ने के खेत में दफन कर दिया।
शनिवार को पुलिस ने प्रदीप को हिरासत में लिया। प्रदीप ने पेंगू सराय के इरफान के साथ वारदात को अंजाम देना कुबूल किया। इसी बीच पुलिस ने इरफान को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक शनिवार की देर शाम को इरफान की निशानदेही पर शव खोदा जा रहा था।उसी बीच इरफान वहां से भाग निकला। इस पर उसे पकड़ने दौड़ी पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हुई, जिसमें पैर में गोली लगने से इरफान ज़ख्मी हो गया। जिसे शाहाबाद सीएचसी ले जाया गया। एसपी राजेश द्विवेदी भी वहां पहुंचें।
सीएचसी के डाक्टरों ने इरफान को हरदोई मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया। उधर बेटे के हिरासत में होने की खबर सुनते ही उसके बुज़ुर्ग बाप फारूक की इसके सदमे में मौत हो गई। खबर लिखे जाने तक वहां कई थानों की पुलिस को तैनात किया गया है। बताते हैं कि प्रदीप इरफान का ट्रैक्टर चलाता था। माना जा रहा है कि उसने पुलिस के सामने किसी रंजिश के चलते इरफान का नाम कुबूला। फिलहाल वहां के लोग पुलिस की इस कहानी को आसानी से हज़म नहीं कर पा रहें हैं। वही पुलिस का दावा है कि जल्द ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
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