राजस्थान में विभिन्न विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध महाविद्यालयों में छात्र संघों के चुनाव के लिए शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। कोरोना महामारी के कारण राज्य में छात्र संघ चुनाव दो साल के अंतराल के बाद हो रहे हैं। राज्य के प्रमुख शिक्षण संस्थान, जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में लगभग 20,700 छात्र अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य भर में लगभग छह लाख छात्र-छात्राओं को अपने प्रतिनिधि चुनने का अवसर मिलेगा।
मतदान अपराह्न एक बजे तक चलेगा और वोटों की गिनती शनिवार को होगी। राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच है। राजस्थान विश्वविद्यालय मे अध्यक्ष पद के लिये एनएसयूआई से रितु बराला, एबीवीपी से नरेंद्र यादव, निर्दलीय निहारिका जोरवाल, निर्मल चौधरी, प्रतापभानु मीणा और हितेश्वर बैरवा चुनाव मैदान में है। निहारिका राज्य सरकार में मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी हैं, जो एनएसयूआई का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरी है। उम्मीदवारों के नामांकन की मंगलवार को जांच के दौरान एबीवीपी के दो उम्मीदवारों के नामांकन खारिज हो गये थे। हालांकि बाद में दोनों उम्मीदवारों के नामांकन को वैध मान लिया गया।
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